सर्बिया की राजधानी बेलग्रेड में शनिवार, 15 मार्च 2025 को हज़ारों लोगों ने भ्रष्टाचार विरोधी रैली में हिस्सा लिया. यह प्रदर्शन पिछले कई महीनों से चल रहे लगभग रोज़ाना के आंदोलनों का चरम माना जा रहा है, जो राष्ट्रपति अलेक्सांदर वुसिक की 13 साल की मजबूत सत्ता के लिए अब तक की सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरा है. प्रदर्शनकारी संसद भवन के सामने से गुज़रे, सर्बियाई झंडे लहराते हुए और नारे लगाते हुए अपनी मांगों को बुलंद करते रहे.
शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील
“Pump it!”
— George V. (@gsal_ba) March 15, 2025
The sun’s gone down but the atmosphere is warming up at the anti-corruption rally in Belgrade, Serbia, tonight.
A million people by the looks of it - 15% of the entire nation out on the streets in the rain.
Stay safe, stay peaceful. pic.twitter.com/7ULC7j3PWE
नोवी साद त्रासदी को याद करते हुए
रैली से पहले सुबह 11:52 बजे हज़ारों लोगों ने 15 मिनट का मौन रखा, जो नोवी साद में पिछले साल नवंबर में हुई त्रासदी की याद में था. उस घटना में एक रेलवे स्टेशन की छत ढहने से 15 लोगों की मौत हो गई थी, जिसे लोग सरकारी भ्रष्टाचार और लापरवाही का परिणाम मानते हैं. बेलग्रेड के मुख्य मार्गों पर किसान, छात्र, बाइकर्स और आम नागरिक एकजुट हुए, जबकि ट्रैक्टरों की कतार संसद की ओर बढ़ रही थी. बेलग्रेड के बायोलॉजी संकाय की छात्रा मिलिका स्टोजानोविच ने कहा, "हम न्याय के लिए आए हैं. उम्मीद है कि इस प्रदर्शन के बाद चीजें बदलेंगी."
🔥 In Belgrade, Serbia, more than 500,000 people have taken to the streets in front of the parliament building, demanding the resignation of President Vučić and the government. pic.twitter.com/2F4v0FWe59
— Visioner (@visionergeo) March 15, 2025
तनाव और सरकार का रुख
हालांकि, शहर में सरकार समर्थक भी सक्रिय थे. अल्ट्रानेशनलिस्ट, मिलिशिया सदस्य और कथित फुटबॉल गुंडों ने संसद के पास बैरिकेड्स लगा दिए थे, जिससे छात्र प्रदर्शनकारियों के साथ टकराव की आशंका बढ़ गई. दंगा पुलिस भी इन इलाकों में तैनात थी. शुक्रवार रात को राष्ट्रपति वुसिक ने टीवी पर देश को संबोधित करते हुए कहा, "मुझ पर दबाव नहीं डाला जा सकता. मैं सर्बिया का राष्ट्रपति हूं और सड़कों को नियम तय करने नहीं दूंगा." उन्होंने हिंसा से बचने की अपील की और पुलिस को अत्यधिक बल प्रयोग न करने का निर्देश दिया.
देशभर से आए प्रदर्शनकारी
शुक्रवार रात को बेलग्रेड की सड़कों पर हज़ारों लोग छात्र प्रदर्शनकारियों का स्वागत करने के लिए जमा हुए, जो सर्बिया के विभिन्न शहरों से पैदल मार्च करते हुए राजधानी पहुंचे थे. आंतरिक मंत्रालय के अनुसार, शुक्रवार देर रात तक करीब 31,000 लोग शहर में एकत्र हो चुके थे. अर्थशास्त्र संकाय की 20 वर्षीय छात्रा तिजाना जुरिच ने कहा, "यहां कोई हिंसा नहीं होगी, क्योंकि हम सब एक ही मकसद से आए हैं - उन लोगों का इंतज़ार करने जो सर्बिया को आज़ाद कर रहे हैं."
सरकार पर बढ़ता दबाव
कई विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि स्थिति तनावपूर्ण हो सकती है. राजनीतिक विश्लेषक सर्जन स्विजिच ने कहा, "पिछले कुछ दिनों से सरकार तनाव बढ़ाने की कोशिश कर रही है. वह राष्ट्रपति भवन के सामने समर्थन का दिखावा कर रही है, जहां पैसे देकर प्रदर्शनकारी लाए गए हैं." सरकार समर्थक मीडिया ने छात्रों पर "तख्तापलट" की योजना बनाने का आरोप लगाया है, जबकि वुसिक ने इसे "बड़े पैमाने पर हिंसा" करार दिया. प्रदर्शनकारी अधिक जवाबदेही की मांग कर रहे हैं और कहते हैं कि वे तब तक रुकेंगे नहीं, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं. यह रैली सर्बिया में भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता के गुस्से और बदलाव की चाह को दर्शाती है, जो अब तक के सबसे बड़े आंदोलनों में से एक बन गई है.