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India Daily

सीरिया से शुरू होगा तीसरा विश्व युद्ध! इजरायल पर भड़का मिस्र, IDF करेगी कार्रवाई?

सीरिया में पिछले कुछ दिनों से विद्रोही गुटों और सेना के बीच कब्जे के लिए लड़ाई चल रही थी, विद्रोही लड़ाकों ने रविवार को राजधानी दमिश्क पर भी कब्जा कर लिया. राष्ट्रपति देश छोड़कर भाग गए हैं. इस बीच इजरायल बड़ी कार्रवाई के फिराक में है.

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Edited By: Gyanendra Sharma
idf in syria
Courtesy: Social Media

सीरिया एक ओर जहां गृहयुद्ध की आग में जल रहा है. वहीं, दूसरी ओर इजरायल का सीरिया पर हमला नहीं रुक रहा है. विद्रोहियों ने देश पर कब्जा जमा लिया है. इजरायली सेना ने हमले तेज कर दिए हैं. 9 दिसंबर, 2024 को सेना द्वारा जारी एक हैंडआउट फोटो में IDF बलों को सीरिया में प्रवेश करते देखा गया.  इजरायली नहीं चाहते कि सीरियाई सेना के हथियार लूटे जाएं या विद्रोहियों के हाथों में आ जाए.

सीरिया में पिछले कुछ दिनों से विद्रोही गुटों और सेना के जमीन की लिए लड़ाई चल रही थी, विद्रोही लड़ाकों ने रविवार को राजधानी दमिश्क पर भी कब्जा कर लिया. राष्ट्रपति देश छोड़कर भाग गए हैं. लड़ाके सड़कों पर जश्न मना रहे हैं. फ्लाइट ट्रैकर से जानकारी मिली है कि असद का विमान सीरिया के लताकिया से उड़ान भरकर मास्को पहुंच गया है.  सीरिया में 2011 में विद्रोह शुरू हुआ था, जब असद सरकार ने लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनों को क्रूरता से कुचल दिया. यह संघर्ष धीरे-धीरे गृहयुद्ध में बदल गया. अब 13 साल बाद इस लड़ाई ने असद सरकार को हिला दिया.

मिस्र ने की इजरायल की निंदा

मिस्र ने इजरायल द्वारा सीरियाई भूमि पर और अधिक कब्जे की निंदा की है और इजरायली सेना के बफर जोन में जाने को जमीन पर एक नई वास्तविकता को लागू करने के प्रयास के रूप में देखा है, यह बात विदेश मंत्रालय के एक बयान में कही गई है. इजराइल ने सीरिया की सीमा से लगे बफर जोन में टैंक पहुंचा दिए हैं. इजराइल ने इस कदम को अस्थायी, सीमित तथा इजराइल की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाला कदम बताया है.

मिस्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय का एक बड़ा हिस्सा गोलान हाइट्स पर इजरायल के नियंत्रण को एक कब्ज़ा मानता है, जिसे उसने 1967 के छह दिवसीय युद्ध में सीरिया से छीन लिया था. इजरायल ने 1981 में हाइट्स पर कब्ज़ा कर लिया था, जिसे बाद में अमेरिका ने मान्यता दी थी.