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India Daily

'फ्री देम ऑल...,' महमूद खलील की गिरफ्तारी से अमेरिका में हड़कंप, ट्रंप टावर में घुसे 100 लोग गिरफ्तार

न्यूयॉर्क के मिडटाउन मैनहट्टन में ट्रंप टॉवर पर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब सैकड़ों फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों ने ट्रंप टावर पर धावा बोल दिया. ये सभी लोग कोलंबिया यूनिवर्सिटी में फलस्तीनी समर्थक प्रदर्शनों के अगुआ महमूद खलील की हिरासत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे.

Mahmoud Khalil Detention

US Mahmoud Khalil Detention: न्यूयॉर्क के मिडटाउन मैनहट्टन में ट्रंप टॉवर पर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब सैकड़ों फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों ने ट्रंप टावर पर धावा बोल दिया. ये सभी लोग कोलंबिया यूनिवर्सिटी में फलस्तीनी समर्थक प्रदर्शनों के अगुआ महमूद खलील की हिरासत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. इस घटना के बाद अमेरिकी पुलिस ने करीब 100 लोगों को गिरफ्तार किया है.

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) और अमेरिकी आव्रजन ने खलील को कोलंबिया विश्वविद्यालय में फिलिस्तीनी समर्थक विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए गिरफ्तार किया.

क्या है पूरा मामला?

30 साल की महमूद खलील अल्जीरियाई मूल के एक फिलिस्तीनी और अमेरिका में ग्रीन कार्ड धारक हैं. महमूद खलील को शनिवार को न्यूयॉर्क में संघीय अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया. उसे पहले न्यू जर्सी के हिरासत केंद्र में रखा गया, उसके बाद फिर लुइसियाना की जेना जेल में भेज दिया गया. ट्रंप प्रशासन ने ऐसे लोगो को अमेरिका से बाहर निकाले की घोषित की है. खलील की पत्नी एक अमेरिकी नागरिक है, फिर भी उसके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है. 

सभी की गिरफ्तारी 

इस प्रदर्शन के दौरान सभी "फ्री महमूद, फ्री देम ऑल!" जैसे नारे लगा रहे थे. यहूदी वॉयस फॉर पीस के नेतृत्व में इस विरोध के दौरान लोग "हमें न्याय चाहिए, अभी महमूद को घर लाओ!" चिल्ला रहे थे. ये सभी प्रदर्शनकारी महमूद खलील की रिहाई की मांग कर रहे हैं. इस प्रदर्शन के बाद 100 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

इस प्रदर्शन में शामिल अभिनेत्री डेब्रा विंगर ने ट्रंप प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं अपने अधिकारों के लिए खड़ी हूं और महमूद खलील के लिए, जिन्हें गैरकानूनी ढंग से अगवा कर अज्ञात जगह ले जाया गया. क्या यह अमेरिका जैसा लगता है आपको?

बता दें, होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने 27 मार्च को लुइसियाना में सुनवाई के लिए खलील को बुलाया था, लेकिन उन्होंने दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया. इसके बाद मामला और भी बढ़ गया. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है.