menu-icon
India Daily

Gaza से मुक्ति: थाईलैंड के बंधक नागरिक बैंकॉक वापस आए

गाजा पट्टी में एक साल से अधिक समय तक बंधक बने रहे थाईलैंड के 17 नागरिक सुरक्षित रूप से बैंकॉक लौट आए हैं.

auth-image
Edited By: Anvi Shukla
GAZA
Courtesy: social media

गाजा पट्टी में एक वर्ष से अधिक समय तक बंधक बने रहे थाईलैंड के नागरिक आखिरकार सुरक्षित रूप से अपने देश, बैंकॉक लौट आए हैं. ये नागरिक गाजा में संघर्ष और हिंसा के बीच फंसे हुए थे, जहां उन्हें एक कठिन परिस्थिति का सामना करना पड़ा. उनकी वापसी को लेकर थाईलैंड सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने राहत की सांस ली है और इन नागरिकों की सुरक्षित वापसी को अपनी बड़ी सफलता माना है.

बंधक बने नागरिकों की सुरक्षित वापसी

गाजा में फंसे इन थाईलैंड के नागरिकों को पिछले एक साल से ज्यादा समय तक मुश्किल हालात में रहना पड़ा था. उन्हें न केवल शारीरिक और मानसिक दबाव का सामना करना पड़ा, बल्कि उन्होंने खाद्य और चिकित्सा सुविधाओं की भी गंभीर कमी का सामना किया. हालांकि, थाईलैंड सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इन नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए निरंतर प्रयास किए, और अब वे अंततः अपने घर लौटने में सफल रहे हैं.

 

राहत अभियान और अंतरराष्ट्रीय समर्थन:

थाईलैंड की सरकार ने इन नागरिकों को गाजा से निकालने के लिए एक राहत अभियान चलाया था, जिसमें अंतरराष्ट्रीय दूतावासों और सुरक्षा एजेंसियों का भी सहयोग शामिल था. संयुक्त राष्ट्र और अन्य देशों ने भी इस प्रक्रिया में थाईलैंड को समर्थन दिया और बंधकों की सुरक्षित वापसी के लिए तमाम प्रयास किए. थाईलैंड के अधिकारियों ने बताया कि इन नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए विशेष उड़ान की व्यवस्था की गई थी और वे अब पूरी तरह से सुरक्षित हैं.

प्रधानमंत्री का बयान:

थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा, "हम बेहद खुश हैं कि हमारे नागरिक अब सुरक्षित घर लौट आए हैं. यह हमारे देश की कड़ी मेहनत और अंतरराष्ट्रीय सहयोग का परिणाम है. हम उन परिवारों के लिए राहत महसूस कर रहे हैं, जो अपने प्रियजनों की वापसी का इंतजार कर रहे थे." उन्होंने आगे कहा कि थाईलैंड सरकार हमेशा अपने नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध रहेगी.

स्थानीय परिस्थितियां और भविष्य की योजना:

गाजा में उत्पन्न हुई संकट की स्थिति के मद्देनजर, थाईलैंड ने भविष्य में अपने नागरिकों के लिए सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने का संकल्प लिया है, ताकि ऐसी स्थिति फिर से न उत्पन्न हो. साथ ही, थाईलैंड सरकार ने अन्य देशों के साथ मिलकर आपातकालीन निकासी प्रक्रियाओं को और अधिक प्रभावी बनाने पर जोर दिया है.