गाजा पट्टी में इजरायली सेना के ताजा हमलों ने एक बार फिर मानवीय संकट को गहरा कर दिया है. एक चौंकाने वाली घटना में, इजरायली हमले में घायल हुए लोगों को ले जा रही एक एम्बुलेंस पर स्थानीय भीड़ ने हंगामा किया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घायलों को अस्पताल पहुंचाने की कोशिश कर रही एम्बुलेंस को रोककर कुछ लोगों ने अराजक स्थिति पैदा की. इस घटना ने गाजा में बढ़ते तनाव और अव्यवस्था को उजागर किया है. एक स्थानीय निवासी ने कहा, "हम सिर्फ अपने लोगों को बचाना चाहते थे, लेकिन हालात नियंत्रण से बाहर हो गए."
24 घंटों में 11 लोगों की मौत
मानवीय संकट और अंतरराष्ट्रीय चिंता
गाजा में लगातार हमलों ने स्वास्थ्य सेवाओं और आपातकालीन सहायता पर भारी दबाव डाला है. एम्बुलेंस और चिकित्सा कर्मियों को बार-बार निशाना बनाए जाने की खबरें सामने आई हैं, जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने गंभीरता से लिया है. संयुक्त राष्ट्र और अन्य संगठनों ने इन हमलों की निंदा करते हुए तत्काल युद्धविराम की मांग की है.
भविष्य की आशंका
गाजा में हिंसा का यह सिलसिला कब थमेगा, यह कहना मुश्किल है. स्थानीय लोग डर और अनिश्चितता के साये में जी रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मानवीय सहायता और शांति की अपील तेज हो रही है.