Iran Israel Row: ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है. शनिवार संयुक्त अरब अमीरात से भारत आ रहे जहाज पर ईरानी नौसेना ने कब्जा कर लिया है. ईरान की तसनीम समाचार एजेंसी ने बताया कि ईरानी नौसेना के कमांडोज ने भारत आ रहे इस जहाज पर कब्जा कर लिया. इस पूरी घटना को स्ट्रेट ऑफ होर्मुज में अंजाम दिया गया है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में ईरानी नेवी कमांडोज ने किस तरह जहाज पर अपना कब्जा कर लिया. जहाज पर पुर्तगाल का ध्वज लगा था जो लंदन की कंपनी जोडिआक मेरिटाइम से जुड़ा है. जोडियाक समूह इजरायली बिलेनियर इयाल ओफेर का है. ईरान के इस जहाज पर भारत की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं क्योंकि जहाज का चालक दल भारतीय है और इनकी संख्या 17 के आस-पास बताई जा रही है.
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BREAKING: Footage of Iranian forces boarding MSC ARIES container ship pic.twitter.com/qmgPuscEtb
— The Spectator Index (@spectatorindex) April 13, 2024
जोडियाक समूह ने पूरे मामले पर किसी तरह की टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है. एमएससी शिप को आखिरी बार दुबई के तट पर देखा गया था. ब्रिटिश मिलिट्री संगठन ने इस हमले की पुष्टि पहले ही कर दी थी. घटना के बाद इजरायली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा कि हम किसी भी तरह के हमलों पर चुप नहीं रहेंगे. हमलों का जवाब दिया जाएगा. भारत सहित दुनिया के कई देशों ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. इस एडवाइजरी में इजरायल और ईरान न जाने की सलाह दी गई है.
रिपोर्ट के अनुसार, यह जहाज ईरान के अर्द्धसैनिक बलों यानी रिवॉल्यूशनरी गॉर्डस के द्वारा इस्तेमाल किया जाता है. यह पहले भी कई तरह के हमलों को अंजाम दे चुकी है. ईरान की नौसेना ने यह कार्रवाई ऐसे समय की है जब तेहरान और तेल अवीव में युद्ध जैसे हालात बने हैं. ईरानी हमले की आशंका में अमेरिका ने भी इजरायल के समर्थन में अपने युद्धपोतों को इलाके में तैनात कर दिया है. अमेरिका ने ईरान को चेताया है कि यदि वह इजरायल पर हमला करता है तो उसे भी निशाना बनाया जाएगा.
ईरान की सरकारी मीडिया के मुताबिक, सेना के कमांडो ने स्ट्रेट ऑफ होर्मुज में एक कार्गो शिप पर कब्जा कर लिया है. यह जहाज मुंबई के बंदरगाह पर आ रहा था. एक अप्रैल को सीरिया की राजधामी दमिश्क में इजरायल ने ईरान के वाणिज्यिक दूतावास पर हमला किया था. इस हमले में दूतावास की इमारत पूरी तरह से नष्ट हो गई थी. हमले में ईरान के टॉप कमांडर सहित 12 लोगों की मौत हुई थी. इस हमले से गुस्साए ईरान ने इजरायल पर हमला करने की कसम खाई थी.