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Video: सीरिया में बेकाबू हुए हालात, राष्ट्रपति असद के महल में घुसे विद्रोही, जमकर मचाई लूट

सीरिया में एक नई राजनीतिक और सैन्य उथल-पुथल की स्थिति उत्पन्न हुई है. रविवार को सीरियाई विद्रोहियों ने राष्ट्रपति बशर अल-असद के महल पर कब्जा कर लिया और जमकर लूटपाट की. इस घटना का वीडियो सामने आया है.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Syrian rebels entered President Assad palace video surfaced

सीरिया में एक नई राजनीतिक और सैन्य उथल-पुथल की स्थिति उत्पन्न हुई है. रविवार को सीरियाई विद्रोहियों ने राष्ट्रपति बशर अल-असद के महल पर कब्जा कर लिया और जमकर लूटपाट की. इस घटना का वीडियो सामने आया है. यह घटना सीरिया के गृहयुद्ध के बीच में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, जहां सरकार और विद्रोहियों के बीच संघर्ष ने देश को लंबे समय से तबाह कर रखा है.

जमकर मचाई लूट

रिपोर्ट्स के अनुसार, विद्रोहियों ने एक सुसंगठित हमले के तहत राष्ट्रपति असद के महल में घुसकर उसे अपने कब्जे में ले लिया. यह महल दमिश्क के नजदीक स्थित है और यह राष्ट्रपति असद के परिवार का महत्वपूर्ण आवास स्थल भी है. विद्रोही समूहों ने महल की सुरक्षा व्यवस्था को भेदते हुए वहां स्थित सैनिकों से मुकाबला किया और कुछ समय के लिए महल पर पूरी तरह से नियंत्रण स्थापित कर लिया.

सीरिया के गृहयुद्ध की स्थिति में यह घटना सरकार के लिए एक गंभीर चुनौती हो सकती है. विद्रोहियों ने इस हमले को रणनीतिक महत्व का मानते हुए असद शासन के खिलाफ अपनी ताकत का प्रतीक बनाया है.

महल पर कब्जे की प्रतिक्रिया और राजनीतिक नतीजे

विद्रोहियों के इस हमले के बाद, सीरिया सरकार ने अपने समर्थक सैनिकों और सुरक्षा बलों को स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए भेज दिया. सरकार के अनुसार, महल पर विद्रोहियों का कब्जा अस्थायी था और जल्द ही इसे वापस ले लिया जाएगा. हालांकि, यह घटना सरकार की सैन्य और राजनीतिक स्थिति के लिए एक गंभीर झटका हो सकती है.

इसके साथ ही, यह घटना अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान भी आकर्षित कर सकती है. सीरिया में असद सरकार का समर्थन करने वाले देशों की ओर से प्रतिक्रिया आना तय है, जबकि विद्रोही समूहों को समर्थन देने वाले देश इस स्थिति को असद सरकार के खिलाफ एक और बड़ा कदम मान सकते हैं.

विद्रोहियों का उद्देश्य और इसके दूरगामी प्रभाव

विद्रोही समूहों का महल पर कब्जा करने का उद्देश्य केवल एक रणनीतिक विजय नहीं है, बल्कि यह असद सरकार को कमजोर करने और नागरिकों के बीच असंतोष फैलाने का एक तरीका भी हो सकता है. इस हमले से यह संदेश जाता है कि विद्रोही अब सैन्य दृष्टिकोण से भी शक्तिशाली हो चुके हैं और वे सरकारी ठिकानों पर हमला करने में सक्षम हैं.

विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना का प्रभाव सीरिया के राजनीतिक परिदृश्य पर गहरा पड़ सकता है. यदि विद्रोही लगातार महत्वपूर्ण सरकारी ठिकानों को निशाना बनाते हैं, तो असद सरकार की पकड़ कमजोर हो सकती है और इसके परिणामस्वरूप गृहयुद्ध और बढ़ सकता है.