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India Daily

सीरिया की आग चीन तक पहुंची, उइगर विद्रोहियों ने 'असद राज' की मिसाइलें लूटी, ड्रैगन पर हमले की तैयारी!

सीरिया में जारी गृहयुद्ध के कारण कई विद्रोही समूहों ने असद शासन से कई तरह के सैन्य उपकरणों की जब्ती की है. इस बीच, उइगर विद्रोहियों का यह कदम चीन के लिए एक नई चुनौती पैदा कर सकता है, क्योंकि इन मिसाइलों का प्रभाव और रेंज चीन के लिए संभावित खतरे का संकेत है.

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Edited By: Mayank Tiwari
सीरिया में उइगर विद्रोहियों ने चीन को दी चेतावनी
Courtesy: Social Media

Syria Civil War: सीरिया की राजनीति में आया सियासी सूनापन देश को किसी भी दिशा में ले जा सकता है. बशर अल असद के अचानक देश छोड़ने के बाद हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. इस बीच सीरिया में उइगर विद्रोहियों ने चीन को चेतावनी दी हैं. उनका कहना है कि वे बशर अल-असद के शासन के द्वारा छोड़े गए BM-21 ग्रैड लंबी दूरी के मिसाइलों का इस्तेमाल चीन के खिलाफ करेंगे. विद्रोहियों ने यह घोषणा करते हुए दावा किया कि वे इन मिसाइलों का इस्तेमाल चीन सरकार के खिलाफ करेंगे.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उइगर विद्रोहियों का कहना है कि उन्होंने सीरिया में बशर अल-असद के शासन के दौरान छोड़े गए BM-21 ग्रैड मिसाइलों की खोज की है, जो अब उनके पास हैं.ये मिसाइलें लंबी दूरी तक वार करने की क्षमता रखती हैं. इधर, विद्रोहियों का कहना है कि वे इनका इस्तेमाल चीन पर हमला करने के लिए कर सकते हैं.

चीन के खिलाफ बढ़ सकता है संभावित खतरा

चीन के प्रति उइगर विद्रोहियों की नाराजगी लंबे समय से जारी है. खासकर शिनजियांग क्षेत्र में उइगर मुस्लिमों के खिलाफ चीन की कड़ी नीतियों को लेकर. यह नया घटनाक्रम चीन के लिए एक नई सुरक्षा चुनौती के रूप में सामने आया है, क्योंकि सीरिया में विद्रोहियों के पास अब इस प्रकार के खतरनाक हथियार हैं.

 उइगर मुसलमान ले रहे ISIS-अलकायदा से ट्रेनिंग

दरअसल, पिछले दिनों सीरिया से आई नई तस्वीरों ने चीन की खुफिया एजेंसियों को करारा झटका दिया है. इन तस्वीरों में चीन के उइगर मुसलमान ISIS और अन्य आतंकवादी संगठनों के आतंकवादियों के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं. यह तस्वीरें चीन की खुफिया एजेंसी के लिए एक गंभीर चिंता का कारण बनी हैं, क्योंकि इससे पता चलता है कि चीन के उइगर मुसलमानों को आतंकवाद की ट्रेनिंग दी जा रही है.

चीन काफी समय से उइगर मुसलमानों को कर रहा परेशान

बता दें कि, चीन में उइगर मुसलमानों पर अत्याचार के बारे में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार रिपोर्टें आती रही हैं. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग भी चीन को कई बार चेतावनी दे चुका है. हालांकि, चीन इन चेतावनियों को नजरअंदाज करता रहा है.