बशर अल अशद को खदेड़कर सीरिया की सत्ता पर कब्जा जमाने वाले नेता अबू मोहम्मद अल-जोलानी की शक्तिशाली इजरायल के सामने हवा निकल गई है. उन्होंने कहा है कि क्षेत्रीय नुकसान के बावजूद उनका इजरायल से युद्ध करने का कोई इरादा नहीं है.
संघर्ष से बचने पर जोर
ब्रिटिश दूतावास खोलने की तैयारी
अपने बयान में अल-जोलानी ने यह भी घोषणा की कि सीरिया अब ब्रिटेन के साथ अपने राजनयिक संबंधों को फिर से शुरू करने की तैयारी कर रहा है. उन्होंने बताया कि दमिश्क में ब्रिटिश दूतावास खोलने की प्रक्रिया पर काम चल रहा है. यह कदम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सीरिया की स्थिति को मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है.
क्षेत्रीय तनाव और सीरिया की रणनीति
सीरिया की सरकार पिछले कुछ समय से घरेलू समस्याओं और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से जूझ रही है. इस स्थिति में इजरायल के साथ टकराव से बचने का निर्णय देश की सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने की दिशा में एक व्यावहारिक कदम माना जा रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि सीरिया की यह रणनीति देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ बेहतर संबंध स्थापित करने के लिए उठाई गई है.