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सीरिया के दमिश्क के पास मिला खूनी 'अल-हुसैनी कब्रिस्तान', 20000 लोगों का नरसंहार कर दफनाया, देखें सामूहिक कब्रों का भयानक Video

अल-हुसैनी कब्रिस्तान में सामूहिक कब्रों का खुलासा सीरिया के संघर्ष के दौरान हुई मानवाधिकारों की घोर उल्लंघन की एक और भयानक तस्वीर पेश करता है. यह इस बात का संकेत है कि संघर्ष ने लाखों लोगों की जान ली है, और भविष्य में इन घटनाओं के न्यायपूर्ण समाधान के लिए और अधिक ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है.

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Edited By: Mayank Tiwari
सीरिया के अल-हुसैनी कब्रिस्तान में सामूहिक कब्रों का खुलासा
Courtesy: Social Media

Syria Civil War: सीरिया के दमिश्क के पास स्थित अल-हुसैनी कब्रिस्तान में सामूहिक कब्रों का एक बड़ा खुलासा हुआ है. जो सीरिया के लंबे और भीषण संघर्ष के दौरान हुई भारी जनहानि को दर्शाता है. अब तक, इस इलाके में लगभग 150 बड़ी सामूहिक कब्रें मिली हैं, जो संघर्ष के दौरान मारे गए लोगों की विशाल संख्या को दिखाती हैं. शुरुआती आंकलनों के अनुसार, इन कब्रों में लगभग 75,000 से 100,000 लोगों के शव दफनाए गए हैं.

सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो में ये सामूहिक कब्रों का खुलासा सीरिया के संघर्ष में हुई व्यापक जनहानि की ओर इशारा करता है. जो 2011 में शुरू हुआ था और अब तक लाखों लोगों को प्रभावित कर चुका है. मानवाधिकार समूहों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने इस संघर्ष में होने वाली हत्या, उत्पीड़न और सामूहिक हिंसा की निंदा की है. इन सामूहिक कब्रों का मिलना इस बात का संकेत है कि कई निर्दोष लोग, जिनमें नागरिक, महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, इस संघर्ष में अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं.

सामूहिक कब्रों का खौ़फनाक खुलासा

इस खुलासे के बाद, सीरियाई अधिकारियों और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने इन कब्रों का विश्लेषण करना शुरू कर दिया है. शुरुआती जांच से यह साफ हो गया है कि इन सामूहिक कब्रों में दफनाए गए शवों की संख्या कई गुना अधिक हो सकती है. अनुमान के अनुसार, मृतकों में सेना, विद्रोही समूहों के सदस्य और निर्दोष नागरिक शामिल हो सकते हैं. इन शवों के सटीक आंकड़े एक जांच प्रक्रिया के बाद ही सामने आ सकते हैं, लेकिन यह संभावना जताई जा रही है कि इन सामूहिक कब्रों में दफनाए गए शवों की संख्या लाखों तक पहुंच सकती है.

सीरिया में इन मौतों के लिए जिम्मेदार कौन है?

सीरिया में सामूहिक कब्रों के मिलते ही यह सवाल भी उठने लगे हैं कि इन मौतों के लिए जिम्मेदार कौन है और क्या इन अपराधों का कोई न्याय मिलेगा? मानवाधिकार संगठन इन सामूहिक कब्रों के खुलासे के बाद और भी सख्त जांच की मांग कर रहे हैं, ताकि यह पता चल सके कि किन ताकतों ने इस स्तर की हिंसा को अंजाम दिया और क्या उन अपराधियों को जवाबदेह ठहराया जा सके.