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सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में मनाया न्यू ईयर, इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन ने साझा की तस्वीरें

Sunita Williams New Year 2025: अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स इस समय अंतरिक्ष में हैं. ऐसे में वे अपने साथियों के साथ वहीं पर न्यू ईयर सेलिब्रेट कर रही हैं. आज वे परिवार वालों से वीडियो कॉल पर बात करेंगी.

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Edited By: Kamal Kumar Mishra
Sunita Williams celebrated New Year
Courtesy: x

Sunita Williams New Year 2025: भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके चालक दल ने 2024 का अंत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर मनाया. इस दौरान, एक्सपीडिशन 72 क्रू ने पृथ्वी की परिक्रमा करते हुए 16 सूर्योदय और सूर्यास्त देखे. इस यात्रा के दौरान वे लगभग 400 किलोमीटर की ऊंचाई पर थे और 2025 में प्रवेश करते हुए उन्होंने इस अद्भुत अनुभव का हिस्सा बनने का अनूठा अवसर पाया.

सुनीता विलियम्स जून 2024 से बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान पर सवार हैं, और उन्हें इस मिशन का ISS कमांडर नियुक्त किया गया था. यह मिशन मूल रूप से 8 दिनों का था, लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से विलियम्स और उनकी टीम का प्रवास लंबा हो गया है. अब उम्मीद की जा रही है कि वे मार्च 2025 तक अंतरिक्ष में रहेंगे. इस दौरान, वे पृथ्वी से लगभग 16 सूर्योदय और सूर्यास्त देखेंगे, क्योंकि ISS हर 90 मिनट में एक बार पृथ्वी की परिक्रमा करता है.

नए साल का उत्सव और वैज्ञानिक शोध

नए साल के जश्न के दौरान सुनीता और उनका चालक दल पृथ्वी से भेजी गई ताजी सामग्री से बने विशेष भोजन का आनंद लेंगे. इसके अलावा, वे वीडियो कॉल के माध्यम से अपने परिवार और दोस्तों से भी जुड़ेंगे. इस दौरान वे वैज्ञानिक अनुसंधान कार्यों में भी व्यस्त हैं. यह उनके लिए एक दुर्लभ और उत्साहपूर्ण अनुभव है, क्योंकि घर से दूर होते हुए भी वे छुट्टियों की भावना का अनुभव कर रहे हैं. 

अनूठे अनुभव और अंतरिक्ष यात्रा का संदेश

सुनीता विलियम्स ने इस अद्भुत अनुभव को साझा करते हुए अंतरिक्ष को अपना "खुशहाल स्थान" बताया है. इसके अलावा, उन्होंने अंतरिक्ष यात्रियों की जीवनशैली और उनके सामने आने वाली चुनौतियों को भी उजागर किया. उनके इस अभियान ने यह दिखाया कि अंतरिक्ष में होने के बावजूद इंसान के भीतर खुशी, सौहार्द और उत्साह बनाए रखना संभव है.

अंतरिक्ष यात्रा की इस महत्वपूर्ण यात्रा ने हमें यह सिखाया कि वैज्ञानिक अनुसंधान और मानव अन्वेषण के प्रति समर्पण न केवल हमारी तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाता है, बल्कि हमें असाधारण परिस्थितियों में भी एकजुट रहने और आनंद लेने की प्रेरणा देता है. जैसे-जैसे सुनीता और उनका चालक दल 2025 की ओर बढ़ रहे हैं, उनका अनुभव दुनिया भर के लोगों को अंतरिक्ष यात्रा के जादू और चमत्कारों के बारे में प्रेरित करता रहेगा.