Astronauts Strange Habits: अंतरिक्ष यात्री जब लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में रहते हैं, तो उनका शरीर वहां के माइक्रोग्रेविटी (सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण) वाले माहौल का आदी हो जाता है. लेकिन जब वे धरती पर लौटते हैं, तो उनके शरीर और दिमाग को फिर से धरती के गुरुत्वाकर्षण के अनुसार ढलने में समय लगता है. इस दौरान वे कई अनोखी और मजेदार आदतों को अपनाए रहते हैं, जो स्पेस में उनके लिए सामान्य थीं.
अंतरिक्ष में रहने के दौरान एस्ट्रोनॉट्स को चीजों को हवा में छोड़ने की आदत हो जाती है, क्योंकि वहां चीजें तैरती रहती हैं. लेकिन जब वे पृथ्वी पर लौटते हैं, तो कभी-कभी अनजाने में पेन, कप, फोन या अन्य चीजें छोड़ देते हैं, यह भूलकर कि वे नीचे गिर जाएंगी.
स्पेस में रहने से उनके शरीर का संतुलन बनाए रखने वाला तंत्र (वेस्टिबुलर सिस्टम) प्रभावित हो जाता है. जब वे धरती पर वापस आते हैं, तो चलने में परेशानी होती है, लड़खड़ा जाते हैं या कभी-कभी गिर भी जाते हैं. अंतरिक्ष में हर चीज वजनहीन होती है, इसलिए वहां चीजें उठाने के लिए ज्यादा ताकत नहीं लगानी पड़ती. लेकिन जब एस्ट्रोनॉट्स वापस आते हैं, तो कभी बहुत ज्यादा जोर लगा देते हैं या फिर बहुत कम ताकत लगाते हैं, जिससे चीजें छूट सकती हैं या गिर सकती हैं.
स्पेस में खाना और पानी हवा में तैरते हैं, इसलिए एस्ट्रोनॉट्स स्पेशल तकनीक से खाते-पीते हैं. जब वे पृथ्वी पर लौटते हैं, तो कभी-कभी अनजाने में चम्मच या पानी का ग्लास हवा में छोड़ देते हैं, यह भूलकर कि अब यह नीचे गिर जाएगा. अंतरिक्ष से लौटने के बाद शरीर को नए माहौल में ढलने में समय लगता है. इस कारण एस्ट्रोनॉट्स को जल्दी थकान महसूस होती है और वे छोटी-छोटी चीजें भूल सकते हैं.
वैज्ञानिक और डॉक्टर एस्ट्रोनॉट्स की इन समस्याओं को ठीक करने के लिए विशेष ट्रेनिंग और रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम चलाते हैं, ताकि वे जल्दी से नॉर्मल लाइफ में लौट सकें. हालांकि, इन मजेदार आदतों को देखकर लोग अक्सर हंस पड़ते हैं, लेकिन यह स्पेस यात्रा का एक अनोखा और दिलचस्प पहलू है.