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India Daily

यहां अपनों को कब्र खोदकर बाहर निकाल रहे हैं लोग बाहर, वजह जानकर हर कोई हैरान

इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर बसी टोराजा जनजाति विश्वभर में अपनी रहस्यमयी और अद्वितीय परंपराओं के लिए जानी जाती है. इनमें से सबसे अनोखी और चर्चित परंपरा है 'मानेने', जिसका अर्थ है पूर्वजों को सम्मान देना. यह परंपरा जीवन, मृत्यु, और पूर्वजों के प्रति उनके गहरे जुड़ाव का प्रतीक है.

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Edited By: Reepu Kumari
Strange funeral rituals
Courtesy: Pinteres

दुनियाभर में मृत्यु से जुड़े अलग-अलग रीति-रिवाज हैं. लेकिन इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप का ये रिवाज आपको चौंका देगी. यहां टोराजा जनजाति (Toraja Tribe) एक रस्म करती है. जिसके तहत यह जनजाति परिवार के सदस्य जो मर चुके हैं उनको कब्र से बाहर निकालती है. उन्हें नए कपड़े पहनाते हैं. पहले उनकी सफाई करते हैं.  

इतना ही नहीं वो कभी-कभी उन्हें सिगरेट भी पिलाते हैं. 

टोराजा जनजाति

इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर रहने वाली टोराजा जनजाति अपनी अनोखी और रहस्यमय परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है. इनमें से एक अद्वितीय परंपरा है 'मानेने', जिसका अर्थ है 'पूर्वजों को सम्मान देना'. यह प्राचीन परंपरा मृतकों के प्रति श्रद्धा, प्रेम और सम्मान प्रकट करने के लिए की जाती है.

मानेने अनुष्ठान हर तीन साल में एक बार आयोजित किया जाता है. इस दौरान परिवार के लोग अपने पूर्वजों के शवों को उनके कब्रों से बाहर निकालते हैं. इन शवों को बड़े ही आदर और सत्कार के साथ साफ किया जाता है, उनके पुराने कपड़ों को बदलकर नए कपड़े पहनाए जाते हैं, और फिर उन्हें सम्मानपूर्वक गांव में घुमाया जाता है.

क्यों निभाई जाती है ये परंपरा?

टोराजा जनजाति का मानना है कि उनके पूर्वजों की आत्माएं परिवार के लिए आशीर्वाद और सुरक्षा का स्रोत होती हैं. वे इस अनुष्ठान के माध्यम से अपने पूर्वजों से आशीर्वाद की प्रार्थना करते हैं और यह विश्वास करते हैं कि यह परंपरा उनके जीवन में खुशहाली लाएगी.

मानेने परंपरा का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह समुदाय के सदस्यों के बीच आपसी संबंधों को मजबूत करती है. इस अवसर पर परिवार के सभी सदस्य एकत्र होते हैं, जिनमें दूर-दराज़ में रहने वाले लोग भी शामिल होते हैं. यह परंपरा परिवार और समुदाय के बीच जुड़ाव और सहयोग की भावना को प्रोत्साहित करती है.

परंपरा अजीब और असामान्य

हालांकि, बाहरी दुनिया के लिए यह परंपरा अजीब और असामान्य लग सकती है, लेकिन टोराजा जनजाति के लिए यह उनके सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जीवन का अभिन्न हिस्सा है. यह परंपरा उनके जीवन और मृत्यु के प्रति दृष्टिकोण को दर्शाती है, जिसमें मृत्यु को जीवन का अंत नहीं, बल्कि एक नए सफर की शुरुआत माना जाता है.

मानेने परंपरा को संरक्षित करना टोराजा जनजाति की सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है. आधुनिकता और बाहरी प्रभावों के बावजूद, टोराजा लोग अपनी इस परंपरा को गर्व के साथ निभाते हैं. यह न केवल उनके इतिहास और संस्कृति का प्रतीक है, बल्कि यह हमें भी विविधता और सांस्कृतिक धरोहर की महत्ता को समझने का अवसर प्रदान करता है. 

मानेने टोराजा जनजाति की परंपरा उनके जीवन, मृत्यु और पूर्वजों के प्रति उनके दृष्टिकोण का अनूठा उदाहरण है. यह परंपरा एक ओर हमें उनकी सांस्कृतिक समृद्धि का परिचय देती है, तो दूसरी ओर हमारे लिए विविध परंपराओं का सम्मान करने की प्रेरणा भी.