SpaceX: एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने शनिवार को एक बार फिर से अपने सबसे बड़े रॉकेट स्टारशिप की लॉन्चिंग की. मगर स्पेसएक्स का यह प्रयास असफल रहा. रिपोर्ट के मुताबिक, टेस्टिंग फ्लाइट के बाद ही बूस्टर और स्पेसक्राफ्ट से संपर्क टूट गया. रिपोर्ट के मुताबिक, बूस्टर ने स्टारशिप को अंतरिक्ष की ओर रवाना किया था लेकिन साउथ टेक्सास से उड़ान भरने के आठ मिनट के बाद ही उसका संपर्क टूट गया. स्पेसएक्स ने इसके बाद मिशन के फेल होने के बारे में जानकारी दी.
स्टारशिप रॉकेट को टेक्सास से लॉन्च किया गया था और उसे पृथ्वी का चक्कर लगाते हुए हवाई के पास समुद्र में उतरना था. हालांकि, स्टारशिप ने लॉन्च के छह मिनट बाद सिग्नल भेजना बंद कर दिया और इसके बाद खबर आई कि जैसे बूस्टर में धमाका हुआ है, वैसे ही स्टारशिप को भी आग के गोले में तब्दील होना पड़ा है. रिपोर्ट के अनुसार, भले ही यह मिशन फेल हो गया हो लेकिन इसके बाद भी बहुत कुछ हासिल हुआ है. पिछली बार लॉन्चिंग के दौरान आई खामियों को दूर किया गया था. स्पेसएक्स की इस कामयाबी के लिए अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने इसे बधाई दी है.
Tracking camera views of hot-staging separation pic.twitter.com/wcCidOh5K0
— SpaceX (@SpaceX) November 18, 2023
स्पेस वॉच की ग्लोबल एडिटर डॉ एमा गैटी ने कहा कि इस बार टेस्टिंग के दौरान 33 इंजनों ने काम किया. इसी वजह से स्टारशिप इतनी उंचाई तक जा पाया. इसे फर्स्ट सेपरेशन स्टेज कहा जाता है. यही सबसे ज्यादा दिलचस्प होता है. उन्होंने कहा कि भले ही इसे कुछ हद तक सफल बताया जा रहा हो लेकिन स्टारशिप का आसमान में आग के गोलों में बदल जाना इंसानों के लिए बड़ा झटका है.
एलन मस्क इंसानों को मंगल ग्रह पर ले जाने और उन्हें वहां बसाने का सपना देखते हैं. इसके लिए स्टारशिप रॉकेट का सफल होना बेहद जरूरी है. मस्क मंगल ग्रह पर 100 लोगों को ले जाकर वहां मानव बस्ती बसाना चाहते हैं.नासा भी इसके लिए स्टारशिप पर ही निर्भर है. नासा आर्टेमिस मिशन के जरिए 2025 तक अंतरिक्ष यात्रियों को चांद की सतह पर लैंड कराना चाहता है. मगर यह मिशन अपने तय समय से पीछे चल रहा है.
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