Starship News: दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट की तीसरी टेस्टिंग अगले हफ्ते होने की उम्मीद है. स्पेसएक्स ने कहा कि वह 14 मार्च को रॉकेट लॉन्च करने की तैयारी कर रही है. हालांकि इसकी लॉन्चिंग की आधिकारिक पुष्टि होना बाकी है. स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट और सुपर हैवी रॉकेट को सामूहिक तौर पर स्टारशिप कहा जाता है.
रिपोर्ट के अनुसार, यह पूरी तरह से रीयूजेबल है और 150 मीट्रिक टन भार लेकर जाने में सक्षम है. यह एक साथ 100 लोगों को मंगल ग्रह पर ले जाने की क्षमता रखता है. खबर के मुताबिक, यह मिशन 1.04 घंटे का होगा. इस टेस्ट में स्टारशिप को अंतरक्षि में लेकर जाया जाएगा और फिर धरती पर लैंड कराया जाएगा. स्पेसएक्स के अनुसार, तीसरे टेस्ट में स्टारशिप के पेलोड डोर को ओपेन किया जाएगा. स्पेस में रखकर ही पहली बार रैप्टर इंजन को स्टार्ट किया जाएगा. इस रॉकेट की नियंत्रित रीएंट्री भी कराई जाएगी. इसके तहत स्टारशिप को हिंद महासागर में उतारा जाएगा.
स्टारशिप का दूसरा टेस्ट 18 नवंबर 2023 को शाम करीब 6.30 बजे किया गया था. लॉन्चिंग के कुछ देर बाद सुपर हैवी बूस्टर और स्टारशिप एक-दूसरे से अलग हो गए. बूस्टर को पृथ्वी पर वापस आना था लेकिन खराबी के कारण उसे नष्ट करना पड़ा. फ्लाइट टर्मिनेशन सिस्टम के जरिए इसे खत्म किया गया था. साल 2023 में स्टारशिप का पहला आर्बिटल टेस्ट किया गया था. उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही मैक्सिको की खाड़ी में यह विस्फोट हो गया था. स्टारशिप के फेल होने के बाद भी मस्क और उनके कर्मचारी खुशी मना रहे थे. उन्होंने इसके पीछे रॉकेट का लॉन्च पैड से उड़ना ही बड़ी कामयाबी थी.
इस रॉकेट की लॉन्चिंग इसलिए अहम मानी जा रही है क्योंकि इसकी मदद से ही इंसान पहली बार पृथ्वी के अलावा किसी अन्य ग्रह पर पहुंचेंगे. मस्क 2029 तक इंसानों को मंगल ग्रह पर पहुंचाना चाहते हैं. मस्क 2029 तक मंगल की सतह पर इंसानी बस्ती बनाने का सपना रखते हैं. स्पेसशिप इंसानों को दुनिया के किसी भी कोने में मात्र एक घंटे से भी कम समय में पहुंचाने में सक्षम है.