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India Daily

एलियंस का किडनैपिंग प्लान आया सामने, पढ़े शख्स का रोंगटे खड़े करने वाला खुलासा

दुनियाभर में एलियंस को लेकर बड़े दावा होते रहे हैं. वैज्ञानिक उनकी मौजूदगी को लेकर प्रणाम ढूंढ़ने में लगे हुए हैं. अब एक और चौंकाने वाला दावा किया गया है. एक शख्स ने बताया कि किस तरह से उसे एलियंस किडनैप करने आए थे.

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Edited By: Reepu Kumari
 Alien Kidnapping
Courtesy: Pinteres

एरियल फेनोमेनन के फिल्म निर्माता, रैंडल निकर्सन ने एलियंस को लेकर एक बड़ा दावा किया है. उन्होनें बताया कि किसी तरह से वो एलियंस से मिले. एलियंस का क्या किडनैप करने का तरीका होता है. उनके इस दावे ने दुनिया को हिला कर रख दिया है. 

यूट्यूब चैनल डैनी जोन्स क्लिप्स पर बोल रहे थे कि उनका मानना ​​है कि लोगों को अलौकिक प्राणियों द्वारा अपहरण किए जाने का वास्तविक अनुभव क्या है. डॉक्यूमेंट्री निर्माता का दावा है कि एलियंस के साथ उनकी कई मुठभेड़ें हुई हैं, और इसने जिम्बाब्वे में 62 बच्चों द्वारा यूएफओ देखने की घटना को फिल्माने के उनके निर्णय को प्रभावित किया. उन्होंने कहा कि वे जिन प्राणियों से मिले, वे वैज्ञानिकों की एक टीम थी.

उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब एक अंतरिक्ष यात्री ने दावा किया है कि वहां एलियंस हैं , लेकिन उनसे संवाद करने के लिए हमें काफी संघर्ष करना पड़ा.

बहुत करीबी मुकाबला 

हालांकि, रैंडल ने बताया कि उनका बहुत करीबी मुकाबला हुआ है, और कई बार एक ही टीम के साथ. उन्होंने कहा, 'मैंने इस आबादी के केवल एक बहुत छोटे हिस्से को ही देखा है, चाहे ये चीजें कोई भी हों.' 'मैंने कई बार विज्ञान टीम देखी है. और वे एक ही दल के थे, आप इसे महसूस कर सकते हैं.'

चार की संख्या में एलियंस

रैंडल ने अपने मेजबान को बताया कि ये प्राणी जैविक थे, मशीन नहीं, तथा ये बिल्कुल वास्तविक थे. उन्होंने कहा, 'हर बार वे चार की संख्या में आते हैं.' 'चार की संख्या के बारे में कुछ खास बात है. हर बार ऐसा होता है। उनमें से चार होते हैं.' रैंडल ने बताया कि इस घटना की गंध जले हुए लिंट के समान थी, तथा उन्होंने बताया कि जब उन्होंने पहली बार इस अनुभव का वर्णन किया था तब उनकी उम्र 11 वर्ष थी.

मैंने अपनी आंखों से देखा

'मुझे (अपहरण से संबंधित) कुछ बातें याद हैं, लेकिन मैं उन पर उतना भरोसा नहीं करता जितना कि मैंने अपनी आंखों से देखा और अपने शरीर से महसूस किया.' 'हमने अपने परिवार में इस पर चर्चा की. कुछ घटनाएं घटीं. 'मुझे खुद इस पर विश्वास करने में 20 साल लग गए.' लेकिन रेंडल का कहना है कि इस पूरे अनुभव ने उन्हें हिलाकर रख दिया था, और आज भी ऐसा ही होता है, इसलिए वे ऐसे लोगों के बारे में नहीं पढ़ते जिनके साथ ऐसा ही अनुभव हुआ है. 'मैं किताबों से दूर रहता हूं, क्योंकि मुझे उन्हें पढ़ने की जरूरत नहीं है.' 'मैं और अधिक सदमे में आ गया हूँ'. 'यह मुझे उन चीजों की याद दिलाता है जिन्हें मैंने अपनी स्मृति से अलग कर दिया है.'