menu-icon
India Daily

पूर्व रक्षा मंत्री ने की अंडरवियर से सुसाइड करने की कोशिश, जानें क्या हुआ ऐसा कि उठाया ये खौफनाक कदम

South Korean Ex defense minister : साउथ कोरिया इस समय उथापटक के दौर से गुजर रहा है. 3 दिसंबर को राष्ट्रपति ने मॉर्शल लॉ लगाने की घोषणा की. कुछ ही घंटों बाद राष्ट्रपति को यह फैला पलटना पड़ा. मॉर्शल लॉ को प्रभावी ढंग से लागू न कर पाने की वजह पूर्व डिफेंस मिनिस्टर ने वॉशरूम में अंडरवियर के सहारे आत्महत्या करने की कोशिश की.

auth-image
Edited By: Gyanendra Tiwari
South Korean Ex defense minister Kim Yong-hyun try to suicide using underwear in bathroom
Courtesy: Social Media

South Korean Ex defense minister : साउथ कोरिया इस समय दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है. वहां पहले राष्ट्रपति ने मार्शल लॉ लगाए फिर कुछ ही घंटों में हटा दिया. इस घटना के बाद पूरे देश में खूब प्रदर्शन हुआ. अब खबर ये है कि पूर्व डिफेंस मिनिस्टर किम योंग-ह्युन ने मार्शल लॉ को प्रभावी ढंग से लागू न कर पाने की वजह से हिरास्त केंद्र में आत्महत्या करने की कोशिश की. चौंकाने वाली बात यह है कि उन्होंने अंडरवियर की मदद से फांसी लगाकर जाने देने की कोशिश की. 

3 दिसंबर को राष्ट्रपति यूं सुक येओल अचानक टीवी पर आते हैं और मॉर्शल लॉ लगाने की घोषणा करते हैं. उनके इस फैसले के बाद ही पूरे देश में हड़कंप मच जाता है. जनता सड़कों पर उतरने लगती है. कुछ ही घंटों में उन्हें अपने फैसले को पलटना पड़ता है.  

पूर्व डिफेंस मिनिस्टर किम योंग-ह्युन के आत्महत्या की कोशिश करने की जानकारी न्याय विभाग के अधिकारियों ने संसद में दी. अधिकारियों ने हिरासत में लिए गए डिफेंस मिनिस्टर को आत्महत्या करने से रोका. 

न्यूज जेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार हिरास्त में लिए गए पूर्व रक्षा मंत्री ने आधिकारिक तौर पर अरेस्ट करने से पहले आत्महत्या करने के लिए अंडरवियर का इस्तेमाल किया. दक्षिण कोरिया के कमिश्नर जनरल  जनरल शिन योंग-हे ने कहा कि यह घटना बाथरूम में हुई. शिन ने कहा कि जब जेल अधिकारी ने बाथरूम का दरवाजा खोला, तो किम ने प्रयास करना छोड़ दिया.

दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून के करीबी सहयोगियों में से एक किम पर यून को मार्शल लॉ की सिफारिश करने और सांसदों को इस पर मतदान करने से रोकने के लिए नेशनल असेंबली में सेना भेजने का आरोप लगाया गया है.

पुलिस ने यून और अन्य शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ देशद्रोह के आरोपों की जांच कर है. और मंगलवार को, सांसदों ने एक विशेष परिषद को यह जांच करने की मंजूरी दी कि क्या यून ने विद्रोह किया और मार्शल लॉ जारी करके अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया. विद्रोह के आरोप में दोषी पाए जाने पर अधिकतम मृत्युदंड की सजा हो सकती है.