दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया के बीच तनातनी लगातार जारी है. उत्तर कोरिया की तरफ से लगातार इस तरह की हरकतें की जाती हैं जोकि दक्षिण कोरिया के लिए परेशानी का सबब बनती हैं. इस बीच दक्षिण कोरिया की सेना ने बताया कि उत्तर कोरिया के सैनिकों ने सीमा पार की, जिसके बाद दक्षिण कोरिया ने चेतावनी के तौर पर गोलीबारी की. जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है. हालांकि, पिछले साल भी इस तरह की घटना सामने आई थी. जहां उत्तर कोरिया के सैनिकों बार्डर पार किया था. जिसके बाद दक्षिण कोरियाई सेना की ओर से फायरिंग की गई थी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण कोरिया के सैन्य सूत्रों के कहना है कि, लगभग 10 उत्तर कोरियाई सैनिकों ने दक्षिण कोरिया की सीमा में घुसने के बाद उत्तर कोरिया की सीमा में वापस लौटने से पहले चेतावनी दी. जिसके बाद दक्षिण कोरिया की ओर से फायरिंग की गई थी. सीमा पर हुई फायरिंग की जानकारी दक्षिण कोरिया की सेना ने मंगलवार (8 अप्रैल) को दी है. वहीं, दोनों देशों के बीच अक्सर रक्तपात और हिंसक झड़पें होती रहती हैं.
उत्तर कोरिया की गतिविधियों पर कड़ी नजर
दक्षिण कोरिया की सेना ने यह भी कहा कि वह उत्तर कोरिया की गतिविधियों पर बारीकी से लगातार निगरानी रखे हुए है. उत्तर कोरिया द्वारा लगातार हथियार परीक्षण किए जा रहे हैं. इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बार-बार की अपीलों को नजरअंदाज किया जा रहा है.
जानिए अमेरिका और उत्तर कोरिया के कैसे हैं रिश्ते?
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 20 जनवरी को पदभार संभालने के बाद कहा था कि वह उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन से फिर से संवाद स्थापित करने का प्रयास करेंगे, ताकि कूटनीति को पुनर्जीवित किया जा सके. हालांकि, उत्तर कोरिया ने ट्रंप की अपीलों का कोई पॉजिटिव जवाब नहीं दिया. साथ ही यह भी कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिका द्वारा उसके खिलाफ शत्रुता और बढ़ी है.
दक्षिण कोरिया में चल रहा लीडरशिप का संकट
वहीं, दक्षिण कोरिया में नेतृत्व का संकट पैदा हो गया है, जब राष्ट्रपति युन सुक योल को पिछले हफ्ते मार्शल लॉ लागू करने के मामले में नकारात्मक परिणामों के चलते पद से हटा दिया गया. हालांकि, इस घटनाक्रम के बाद दक्षिण कोरिया की राजनीतिक स्थिति में अस्थिरता आ गई है.