Indian Killed Alabama: अमेरिकी राज्य अलबामा में एक पंजाबी म्यूजिशियन की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया, जब म्यूजिशियन गुरुद्वारे के बाहर खड़ा था. अलबामा में फरवरी में भारतीयों को निशाना बनाने की ये दूसरी वारदात है. इससे पहले फरवरी के दूसरे सप्ताह में भारतीय मूल के एक होटल कारोबारी की हत्या की गई थी.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, अलबामा के सेल्मा में गुरुद्वारे के बाहर 24 फरवरी को राज सिंह उर्फ गोल्डी सिंह नाम के शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस की जांच में अब तक ये स्पष्ट नहीं हो सका है कि गोल्डी को किसने और क्यों निशाना बनाया. फिलहाल, वहां की पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है.
रिपोर्ट के मुताबिक, गोल्डी सिंह म्यूजिशयन थे, जो सिख कीर्तन समूह का हिस्सा थे. वे उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के रहने वाले थे. टांडा साहूवाला गांव में उनका परिवार रहता है. गोल्डी सिंह पिछले डेढ़ साल से अपने म्यूजिक ग्रुप के साथ अमेरिका में थे.
रिपोर्ट के मुताबिक, गोल्डी सिंह को उस वक्त गोली मारी गई, जब वे गुरुद्वारे के बाहर खड़े थे. रविवार को उनके परिवार को उनकी मौत की खबर मिली. टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में गोल्डी के जीजा गुरदीप सिंह ने कहा कि हमें रिश्तेदारों की ओर से घटना के बारे में सूचित किया गया. पांच दिन हो गए हैं और अभी तक गोल्डी का पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ है. हमने अधिक जानकारी के लिए गुरुद्वारा समिति से संपर्क किया है और वे हमारी मदद कर रहे हैं. हमने अपनी सरकार से न्याय और हत्यारों की गिरफ्तारी की भी अपील की है.
गोल्डी के परिवार का मानना है कि हेट क्राइम के तहत गोल्डी की हत्या की गई है. हालांकि गोल्डी की हत्या के पीछे का सटीक मकसद अभी तक पता नहीं चल पाया है. अलबामा के सेल्मा स्थित समाचार आउटलेट जीवीवायर के अनुसार, सेल्मा पुलिस कह रही है कि गोल्डी सिंह की हत्या के पीछे नस्लीय प्रेरणा का कोई संकेत नहीं है.
फरवरी महीने में अमेरिकी राज्य अलबामा में भारतीय मूल के व्यक्ति की हत्या का ये दूसरा मामला है. फरवरी के दूसरे सप्ताह में भारतीय मूल के एक अमेरिकी होटल कारोबारी की गोली मारकर हत्या की गई थी. मृतक की पहचान 76 साल के प्रवीण रावजीभाई पटेल के रूप में हुई थी. रिपोर्ट्स में बताया गया था कि अलबामा के शेफ़ील्ड में भारतीय मूल के होटल कारोबारी का एक शख्स के साथ टकराव हो गया था, जिसके बाद उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.