India Pakistan Tension: भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की संभावित जवाबी कार्रवाई के डर से पाकिस्तानी सेना में इस्तीफों की सुनामी आ गई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, महज दो दिनों के भीतर लगभग 5,000 अधिकारी और सैनिक अपनी ड्यूटी छोड़ चुके हैं, जिससे पाकिस्तान सैनिकों में खलबली मच गई है
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तानी सैनिकों के परिवार उन पर सेना छोड़ने का दबाव बना रहे हैं, क्योंकि भारत की ओर से बड़े सैन्य ऑपरेशन की आशंका मंडरा रही है. कई सैनिक अपनी सुरक्षा को लेकर इतने चिंतित हैं कि वे खुद ही एक्टिव ड्यूटी से हटने का फैसला कर रहे हैं. कुछ सैनिक पहले ही अपने घर लौट चुके हैं, जबकि कई और जल्द इस्तीफा देने की तैयारी में हैं.
पाकिस्तानी शीर्ष अधिकारियों की चिंता
बता दें कि 11वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उमर बुखारी ने सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को पत्र लिखकर चेताया है कि ''अगर इस्तीफों का ये सिलसिला थमा नहीं तो भारत से संघर्ष की हालत में सेना टिक नहीं पाएगी.'' आंकड़े बताते हैं कि पश्चिमी सीमा की 12वीं कोर से करीब 800 जवान और अधिकारी, जबकि फोर्स नॉर्दर्न कमांड से 600 से ज्यादा सैनिक इस्तीफा दे चुके हैं. एलओसी पर तैनात मंगल कोर में भी 500 से ज्यादा सैनिक पद छोड़ चुके हैं.
सेना के मनोबल को बचाने की कोशिशें नाकाम
बहरहाल, पहलगाम हमले में 26 लोगों की हत्या के बाद हालात और बिगड़ गए. भारत सरकार के कठोर फैसलों जैसे सिंधु जल संधि का निलंबन और संभावित सैन्य कार्रवाई ने पाकिस्तानी सेना का मनोबल और गिरा दिया है.
पाकिस्तान के शीर्ष अधिकारी सैनिकों को रोकने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि "भय और असुरक्षा का माहौल" लगातार गहराता जा रहा है.