Solar Storm: पृथ्वी पर सौर तूफान आने की वजह से दुनियाभर के आकाश में हैरान कर देने वाली रोशनी देखी गई जिसे देख हर कोई दंग रह गया. इसकी वजह से आरोरा ऑस्ट्रेलिस और ऑरोरा बोरेलिस की घटनाएं आकाश में दर्ज की गईं. इसके कारण पूरे आकाश में रंगमयी प्रकाश नजर आया. जानकारी के मुताबिक, यह एक दुर्लभ वायुमंडलीय घटना है जो आकाश में दिखाई देने वाली लाल रोशनी की एक पट्टी के रूप में दिखाई देती है. यह भारत के लद्दाख क्षेत्र में भी देखी गई है.
ऑरोरा एक प्राकृतिक घटना है जिसमें आकाश में चमकदार रोशनी होती है. खासतौर पर यह प्रकाश उच्च अक्षांशीय क्षेत्रों में देखा जाता है. आर्कटिक और अंटार्कटिक क्षेत्रों में यह रोशनी अक्सर देखी जाती है. यह घटना तब देखने को मिलती है जब सूर्य की सतह पर तूफान उठता है जौ सौर वायु से उत्पन्न होते हैं.
Aurora pillars overhead, captured from the UK.
— Astro Ben 📸✨ I take photos of space 🔭 (@bbroastro) May 11, 2024
A huge light show visible to the naked eye. Bright reds, pinks, greens spanning the entire sky.
📸 - @bbroastro #aurora #Auroraborealis #NorthernLights @BBCNews @bbchw pic.twitter.com/U44zGMA4kj
रूस, जर्मनी में ऑरोरा बोरेलिस की आकाश में रोशनी दिखाई दी. आकाश में हो रही इस मनमोहक घटना को लोगों ने अपने कैमरों में कैद कर लिया. ऑरोरा ऑस्ट्रेलिस को दक्षिणी रोशनी के रूप में संबोधित किया जाता है यह आस्ट्रेलिया में दिखाई दी. इस बैंगनी, लाल और कई रंगों की रोशनी से सजे आकाश की तस्वीरें लोगों ने अपने कैमरे में कैद कर लीं.
Ok.... Did not expect this tonight. Colour me stunned.
— Tippers (@talktotippers) May 10, 2024
Even better was someone playing "in the air tonight" really loudly. "I've been waiting for this moment, all my life..."#aurora #solarstorm #NorthernLights #skinnerskitchen pic.twitter.com/n7tVnSHFHe
आकाश में यह घटनाएं तीव्र सौर तूफान यानी कोरोनल मास इजेक्शन (CME) के कारण हो रही हैं. इसकी वजह से अंतरिक्ष में बड़ी मात्रा में उर्जा पैदा हुई. इस उर्जा के जब आवेशित कण पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा गए तब आकाश में अद्भुत उर्जा का प्रदर्शन हुआ. कोरोनल मास इजेक्शन (CME) सूर्य पर होने वाले सबसे बड़े विस्फोट हैं. सौर विस्फोट के कारण प्लाज्मा और बड़ी मात्रा में सामग्री को सौर मंडल के जरिए पृथ्वी के वातावरण में धकेल दिया है. यह इस हफ्ते के अंत तक पृथ्वी के पास से गुजर सकता है.