Saudi Arab News: सऊदी सरकार ने डकैती और हत्या के आरोप में पांच यमन के नागरिकों को मौत की सजा सुनाई है. सऊदी की समाचार एजेंसी ने आंतरिक मंत्रालय का बयान जारी कर बताया कि अपराधी समूह को चोरी और डकैती डालने के उद्देश्य से बनाए गए समूह का दोषी ठहराया गया था. रियाद में अपराधिक गतिविधियों को लेकर कानून काफी सख्त हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अहमद अल अरादी, अब्दुल्ला मजारी, हमौद शुआई, इब्राहिम अली, दरविश अब्दुल्ला नाम के लोगों को हथकड़ी लगाकर सामने लाया गया. इसके बाद उनके सिर पर खतरनाक वार करके मौत के घाट उतार दिया गया. यमन के पांचों नागरिकों को मौत की सजा देने के बाद रियाद में इस साल मौत की सजा पाने वालों की संख्या बढ़कर 34 पहुंच गई है. पिछले साल सऊदी अरब में 170 लोगों को मृत्युदंड दिया गया था.
सऊदी अरब का कानून शरिया कानून पर आधारित है. यह कुरान और इस्लाम के प्रवर्तक पैगंबर मोहम्मद साहब की परंपराओं से प्राप्त किया गया इस्लामी कानून है. शरिया कानून में पैगदंबर की मौत के बाद इस्लाम के विद्वानों की राय भी शामिल हैं. सऊदी अरब में अदालतें कुछ ही औपचारिकताओं का पालन करती हैं. उनके निर्णय का प्रमुख आधार शरिया कानून ही रहता है. सऊदी अरब की वर्तमान न्याय प्रणाली किंग अब्दुल अजीज द्वारा बनाई गई थी. इन्होंने साल 1932 में सऊदी साम्राज्य की स्थापना की थी.