रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बड़ा बयान देकर दुनिया को सुकून भरी खबर दी है. उन्होंने कहा कि रूस अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस प्रस्ताव से सहमत है, जिसमें यूक्रेन के साथ युद्धविराम की बात कही गई है. पुतिन ने साफ किया कि वह यूक्रेन में चल रही लड़ाई को रोकने के लिए तैयार हैं, लेकिन उनकी शर्त है कि यह शांति लंबे समय के लिए होनी चाहिए.
संघर्ष के कारणों को हल करना जरूरी
पुतिन ने अपने बयान में जोर दिया कि युद्धविराम का मतलब सिर्फ गोलीबारी बंद करना नहीं होना चाहिए. इसके साथ ही इस संघर्ष की जड़ में मौजूद कारणों को भी हल करना जरूरी है. उन्होंने कहा, "हम अमेरिका के प्रस्ताव से सहमत हैं, लेकिन कोई भी युद्धविराम तभी कारगर होगा जब इसके मूल मुद्दों पर ध्यान दिया जाए."
BREAKING: 🇷🇺🇺🇦 Russian President Putin officially agrees to US President Trump's ceasefire proposal with Ukraine. pic.twitter.com/zWMOE6LP3C
— BRICS News (@BRICSinfo) March 13, 2025
युद्धविराम कराने के लिए मॉस्को पहुंचे ट्रंप के विशेष दूत
दरअसल, युद्धविराम समझौते पर पुतिन को मनाने के लिए ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ मॉस्को पहुंचे हैं. विटकॉफ फिलहाल 30 दिनों के युद्धविराम का प्रस्ताव लेकर गए हैं. वॉशिंगटन की कोशिश है कि मॉस्को बिना किसी शर्त के इस तीन साल पुराने संघर्ष को रोकने पर राजी हो जाए. अमेरिका का मानना है कि यह युद्धविराम दोनों पक्षों को बातचीत का मौका दे सकता है और क्षेत्र में स्थिरता लाने में मदद करेगा.
दुनियाभर के लिए खुशखबरी
पुतिन के इस बयान को वैश्विक स्तर पर सकारात्मक नजरिए से देखा जा रहा है. पिछले तीन साल से यूक्रेन और रूस के बीच चल रहा यह संघर्ष न सिर्फ इन दोनों देशों, बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंता का कारण बना हुआ है. अब देखना यह है कि इस प्रस्ताव पर आगे की बातचीत कैसे बढ़ती है और क्या यह युद्धविराम वाकई शांति की राह खोल पाएगा.