Russia Ukraine War: क्रीमिया के पास रविवार (15 दिसंबर) को ब्लैक सी में केर्च के निकट शक्तिशाली लहरों के कारण एक रूसी तेल टैंकर कथित तौर पर दो टुकड़ों में विभाजित हो गया. जबकि दूसरे ने शक्तिशाली लहरों से क्षति झेली. इस दौरान रूसी अधिकारियों ने पुष्टि की है कि दो जहाजों के लिए बचाव अभियान चलाया गया, जिनमें से एक पर 4,000 टन से ज्यादा ईंधन तेल लदा हुआ था. फिलहाल, यह समुद्र में काफी क्षतिग्रस्त हो गया है.
क्रीमिया के लिए रूसी आपातकालीन मंत्रालय ने टेलीग्राम पर लिखा कि उसने चालक दल की सहायता करने और तेल रिसाव की जांच के लिए एक एमआई-8 हेलीकॉप्टर और एक बचाव टगबोट को भेजा है. मंत्रालय ने बताया कि वोल्गोनेफ्ट 212 टैंकर पर 13 लोग सवार थे , जो क्षतिग्रस्त होकर फंस गया था. जबकि, दूसरे जहाज वोल्गोनेफ्ट 239 पर 14 लोग सवार थे, जो क्षतिग्रस्त होकर फंस गया था.
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— Open Source Intel (@Osint613) December 15, 2024
Russian oil tankers Volgoneft-212 and Volgoneft-239 are sinking in the Black Sea near the Kerch Bridge. pic.twitter.com/DPjeaGtzpE
जानिए क्या है पूरा मामला?
रूसी आउटलेट मैश के अनुसार, वोल्गोनेफ्ट 212 को मूल रूप से एक पारंपरिक टैंकर के रूप में बनाया गया था, लेकिन 1990 के दशक में इसे नदी से समुद्र तक के मानकों को पूरा करने के लिए बदला गया था, इसके मध्य भाग को हटा दिया गया था और धनुष और स्टर्न को एक साथ वेल्ड कर दिया गया था, जिससे एक बड़ी सीवन बन गई थी. बताया जाता है कि लहरों के प्रभाव से यह सीम "टूट" गई, जिसके कारण टैंकर दो टुकड़ों में टूट गया.
रूस-यूक्रेन युद्ध में एक महत्वपूर्ण युद्धक्षेत्र है क्रीमिया
रूसी आउटलेट मैश ने बताया कि ऑपरेटर कामा शिपिंग को अतीत में इसी तरह की घटना का सामना करना पड़ा था. साल 2007 में, इसका तेल टैंकर वोल्गोनेफ्ट 139 लगभग ऐसी ही परिस्थितियों में डूब गया था. यह भी 4,000 टन तेल ले जा रहा था जब यह केर्च जलडमरूमध्य में दो हिस्सों में विभाजित हो गया, जिससे भारी मात्रा में तेल रिसाव हुआ. बता दें कि, क्रीमिया के निकट समुद्र वर्तमान रूस-यूक्रेन युद्ध में एक महत्वपूर्ण युद्धक्षेत्र है.