Iran Israel War: ईरान के रविवार देर रात इजरायल पर हमले के बाद मध्य-पूर्व में तनाव गहरा गया है. दोनों देशों के मध्य तनाव के बीच अब रूस भी कूद गया है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका को खुलेआम धमकी दी है. पुतिन ने अमेरिका को चेताया कि यदि वह इजरायल का साथ देता है तो रूस हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठेगा. मॉस्को खुलकर ईरान का समर्थन करेगा. रूस ने इससे पहले तेल अवीव और तेहरान से संयम बरतने की अपील की थी. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने ईरानी विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन से फोन पर बातचीत की थी.
ईरान की ओर से हमला होने के बाद व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन किर्बी ने अमेरिका के रुख को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि प्रेसिडेंट बाइडन कई बार कह चुके हैं कि हम क्षेत्र में जंग नहीं चाहते हैं. हम ईरान के साथ युद्ध में नहीं उलझना चाहते हैं.
ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइल और सैकड़ों ड्रोन्स की मदद से रविवार देर रात इजरायल पर हमला बोला था. ईरान ने मुख्य रूप से यरुशेलम, दक्षिण में नेगेव रेगिस्तान और डेड सी और इजरायल के उत्तरी कब्जे वाले गोलन हाइट्स और वेस्ट बैंक वाले इलाके में हमला किया. इजरायली डिफेंस फोर्स के प्रवक्ता ने कहा कि ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइलों की मदद से हमला किया है लेकिन इजरायल की रक्षा प्रणाली उन्हें रोकने में कामयाब रही है.
इजरायली मीडिया के मुताबिक, ईरान के लगभग 400-500 ड्रोन्स में से 100 ड्रोन अमेरिका, जॉर्डन, और ब्रिटिश सेनाओं ने इजरायली हवाई स्पेस में पहुंचने से पहले ही रोक दिया. इस दौरान इजरायली अधिकारियों ने भी नाम न छापने की शर्त पर कहा कि ईरान ने इजरायल की ओर क्रूज मिसाइलें भी फायर की हैं. ईरान ने सीरिया में अपने दूतावास पर हमले के बाद जवाबी कार्रवाई की है.