Russia Ukraine War: रूस यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के मकसद से क्रेमलिन का कहना है कि, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन "जरूरी होने पर" यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं. यह बयान क्रेमलिन से जारी एक आधिकारिक माध्यम से आया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "पुतिन ने खुद कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो वह ज़ेलेंस्की से बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन यह भी ज़रूरी है कि समझौतों का कानूनी आधार और वैधता पर चर्चा की जाए, क्योंकि ज़ेलेंस्की की वैधता पर सवाल उठाए जा सकते हैं.
शांति वार्ता तभी संभव है जब रूस आक्रामकता बंद कर दें
बता दें कि, यह महीनों की दुश्मनी के बाद स्वर में बदलाव को दर्शाता है, जहां यूक्रेन में चल रहे संघर्ष के बीच दोनों नेताओं के बीच सीधी बातचीत असंभव लग रही थी. पुतिन ने यूक्रेन में रूस की कार्रवाइयों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आवश्यक बताते हुए लगातार उचित ठहराया है, जबकि ज़ेलेंस्की ने कहा है कि शांति वार्ता तभी संभव है जब रूस अपनी आक्रामकता बंद कर दे और यूक्रेनी क्षेत्र से हट जाए.
सऊदी अरब में अमेरिका और रूस के बीच बातचीत शुरू
हालांकि, यूक्रेन युद्ध को ख़त्म करने के मकसद से अमेरिका और रूस के बीच सऊदी अरब में वार्ता शुरू हो गई है. बता दें कि, पिछले 3 साल पहले रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया था उसके बाद से यह पहली ऐसी वार्ता है जिसमें आमने सामने की मीटिंग हो रही है. इस बातचीत में रूस के विदेश मंत्री सेरगेई लावरोव और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो शामिल हैं. हालांकि, इस मीटिंग में यूक्रेन या यूरोप से कोई भी आमंत्रित नहीं किया गया है.
यूक्रेन बातचीत के बीच नहीं बनेगा हिस्सा- ज़ेलेंस्की
जिसको लेकर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि उनका देश वार्ता में भाग नहीं लेगा क्योंकि उसे आमंत्रित नहीं किया गया है. बता दें कि, यूरोपीय नेता भी बातचीत में शामिल होना चाहते हैं और सोमवार को उन्होंने एक इमरजेंसी बैठक की थी. क्योंकि, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने कहा कि स्थाई शांति समझौते की स्थिति में वह ब्रिटिश सैनिकों को यूक्रेन भेजने पर विचार करेंगे, हालांकि अभी तक अन्य देश उदासीन रहे हैं.