Russia And Taliban News: रूस ने मंगलवार को कहा कि वह अफगानिस्तान की सत्ता संभाल रहे तालिबान शासकों से जरूरी मसलों पर बातचीत कर रहे हैं. मॉस्को ने कहा कि क्रेमलिन तालिबान को प्रतिबंधित आतंकी संगठनों की लिस्ट से भी हटाने का विचार कर रहा है. पुतिन सरकार का ताजा फैसला पाकिस्तान सरकार के लिए टेंशन बढ़ाने वाला साबित हो सकता है. तालिबान के अफगान सत्ता पर वापसी के बाद इस्लामाबाद और काबुल के संबंधों में काफी मनमुटाव आया है.
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि अफगानिस्तान हमारा पड़ोसी देश है और किसी न किसी रूप में हम उनसे संवाद करते हैं. पेस्कोव ने कहा कि अब समय की जरूरत है कि अहम मसलों पर बातचीत की जाए और उनका समाधान निकाला जाए. उन्होंने कहा कि तालिबान वास्तविक रूप से अफगानिस्तान की सत्ता संभालने का अधिकारी है. रिपोर्ट के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय मान्यता के लिए संघर्ष कर रहे तालिबान के लिए रूसी घोषणा एक टॉनिक से कम नहीं है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की खबर के अनुसार, पेस्कोव ने अहम मुद्दों के बारे में विस्तार से नहीं बताया. रूस को पिछले महीने दो दशकों के सबसे बड़े आतंकी हमले का सामना करना पड़ा था जिसमें 144 लोगों की जान चली गई थी. इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली. अमेरिका ने इस हमले में इस्लामिक स्टेट खुरासान की अफगान शाखा को जिम्मेदार ठहराया था. हालांकि रुस ने इस हमले में कीव की भूमिका पर संदेह जताया है और मामले की गहन छानबीन कर रहा है.