रूस ने फ्रांस-ब्रिटेन के शांति प्रस्ताव को किया खारिज, यूक्रेनी सेना के बचाव की चाल बताया
रूस ने फ्रांस और ब्रिटेन द्वारा प्रस्तुत शांति प्रस्ताव को यूक्रेनी सेना की रक्षा के प्रयास के रूप में देखा और इसे अस्वीकार कर दिया. इस बीच, जेलेंस्की ने युद्ध के अंत की संभावना को दूर बताया और अमेरिकी सहायता की निरंतरता की आशा व्यक्त की.
Russia Ukraine War: रूस ने फ्रांस और ब्रिटेन के यूक्रेन शांति प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने इसे यूक्रेनी सेना को राहत देने की एक चाल बताते हुए अस्वीकार कर दिया.
जखारोवा ने कहा, ''हवाई हमलों और नौसैनिक गतिविधियों पर प्रस्तावित विराम का एकमात्र उद्देश्य यूक्रेनी सेना को बचाना और मोर्चे के पतन को रोकना है. कीव युद्धविराम का इस्तेमाल अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने में करेगा, जिससे संघर्ष और भड़क सकता है.''
अमेरिका के साथ बातचीत पर रूस का रुख
आपको बता दें कि रूस ने संकेत दिया कि वह अमेरिका के साथ वार्ता के लिए तैयार है, लेकिन पहले वाशिंगटन को वार्ताकारों की एक उचित टीम बनानी होगी. हालांकि, जखारोवा ने स्पष्ट कर दिया कि रूस प्रतिबंध हटाने के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं करेगा.
यूक्रेन की प्रतिक्रिया - सुरक्षा गारंटी के बिना वार्ता नहीं
बता दें कि यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने जोर देकर कहा कि बिना ठोस सुरक्षा गारंटी के रूस के साथ किसी भी तरह की शांति वार्ता या युद्धविराम संभव नहीं है. यूरोपीय देशों ने यूक्रेन को रक्षा सहयोग बढ़ाने का आश्वासन दिया, जिसके चलते यूरोपीय शेयर बाजारों में मजबूती देखी गई.
क्रेमलिन का कड़ा रुख
वहीं रूसी राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि किसी को जेलेंस्की को अपना रुख बदलने के लिए मजबूर करना होगा. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यूरोपीय सैनिकों की तैनाती का कोई औचित्य नहीं है.
जेलेंस्की - युद्ध का समाधान अभी दूर
बताते चले कि यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध का अंत फिलहाल दूर की बात है. हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि अमेरिका का समर्थन जारी रहेगा, भले ही उनके राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ संबंध मधुर न हों.
ट्रंप का बयान - अमेरिका को अपनी समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए
इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कहा कि अमेरिका को रूस और पुतिन से अधिक अवैध प्रवासियों, ड्रग माफिया और अपराधी गिरोहों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. बता दें कि अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रूथ सोशल' पर उन्होंने लिखा, ''हमें पुतिन को लेकर चिंता करने में कम समय देना चाहिए और अमेरिका की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अवैध प्रवासियों की समस्या को रोकने पर ध्यान देना चाहिए, ताकि हमारा हाल यूरोप जैसा न हो.''