रूस, यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध में 24 फरवरी को "जीत की घोषणा" करने की योजना बना रहा है. यह वही तारीख है, जब 2022 में क्रेमलिन ने कीव पर आक्रमण शुरू करने का ऐलान किया था. एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, रूस ने इस दिन को एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर मानते हुए, इसे अपनी विजय का प्रतीक बनाने का फैसला किया है.
विजय की घोषणा का उद्देश्य
यूक्रेनी सैन्य खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, रूस का उद्देश्य इस दिन को युद्ध में "विजय" के रूप में प्रस्तुत करना है, जो न केवल यूक्रेन बल्कि नाटो (NATO) के खिलाफ भी एक जीत के रूप में सामने आएगा. रिपोर्ट के अनुसार, रूस की योजना है कि वह 24 फरवरी 2025 को युद्ध की शुरुआत की तीसरी वर्षगांठ पर "जीत" का ऐलान करे.
नाटो के खिलाफ जीत का दावा
रूस ने लंबे समय से यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध को नाटो से संघर्ष के रूप में प्रचारित किया है. रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि रूस अपनी जीत को नाटो पर विजय के रूप में पेश करने की तैयारी कर रहा है, जिससे पश्चिमी देशों के खिलाफ रूस की रणनीतिक स्थिति मजबूत हो सकती है.
अमेरिका और रूस के बीच उच्च-स्तरीय वार्ता
यह रिपोर्ट उस समय आई है जब यूक्रेन संघर्ष को हल करने के लिए अमेरिका और रूस के बीच उच्च-स्तरीय वार्ताओं की खबरें भी सामने आई हैं. साथ ही, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रशासन ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की पर कड़ी टिप्पणी की है.
ट्रंप की बयानबाजी और तनाव
इससे पहले बुधवार को ट्रंप ने जेलेंस्की को "तानाशाह" करार दिया और उन्हें चेतावनी दी कि उन्हें युद्ध समाप्त करने के लिए जल्द ही कदम उठाने चाहिए, अन्यथा उन्हें एक ऐसा देश मिलेगा जिसे वह अब और नेतृत्व नहीं कर पाएंगे. ट्रंप का यह बयान उस समय आया जब जेलेंस्की ने ट्रंप को रूस द्वारा निर्मित "गलत जानकारी के माहौल" में जीने वाला बताया था.