खनिज सौदे को लेकर ट्रंप ने जो शर्तें रखी हैं, यूक्रेन उन पर बुरी तरह से फंसता नजर आ रहा है. दरअसल, अमेरिका ने यूक्रेन के सामने शर्त रखी है कि वह अमेरिकी सहायता और उस पर लगी ब्याज का पैसा चुकाने तक अपने सभी प्राकृतिक संसाधनों को अमेरिका को इस्तेमाल करने के लिए दे दे. इसी बीच यूक्रेन ने स्पष्ट किया है कि दोनों देशों के बीच अभी खनिज सौदा पूरा नहीं हुआ है.
यूक्रेन की सतर्क प्रतिक्रिया
तो जेलेंस्की को मुसोलिनी की तरह लटका दिया जाएगा
वहीं इस खनिज सौदे को लेकर रूस ने जेलेंस्की पर हमाल बोला है. रूस के दिमित्री मेदवेदेव ने ट्वीट कर कहा कि अगर कीव प्रशासन अमेरिका की इस डील को मंजूरी देता है तो ड्रग एडिक्ट (जेलेंस्की) और कंपनी (उनके लोगों) को वहां के लोग मुसोलिनी की तरह मैदान में फांसी पर लटका देंगे और अगर वे इस सौदे को मंजूर नहीं करते हैं तो तो संयुक्त राज्य अमेरिका बांदेरा शासन को फिर से स्थापित करेगा.
The Americans rolled
— Dmitry Medvedev (@MedvedevRussiaE) March 28, 2025
out an excellent draft commodity deal to the Kiev freak. If the Kiev regime approves it, the drug addict and co. will then be hanged on the Maidan, like Mussolini. And if it rejects it, the United States will reset the Bandera regime. Checkmate.
ट्रंप प्रशासन का दबाव
ट्रंप प्रशासन, जिसने यूक्रेन में तीन साल से चल रहे युद्ध को लेकर रूस के narrative का समर्थन शुरू किया है, कीव पर हफ्तों से यह सौदा करने का दबाव डाल रहा है. नवीनतम मसौदे में यूक्रेन को कोई सुरक्षा गारंटी नहीं दी गई है और सभी संसाधन आय संयुक्त कोष में डालने की शर्त है. अमेरिका को खनिज खरीदने का पहला अधिकार होगा और 2022 से दी गई सहायता व 4% वार्षिक ब्याज की वसूली के बाद ही यूक्रेन को लाभ मिलेगा. यूक्रेन के 2024 बजट में संसाधनों से 22.4 बिलियन डॉलर आय शामिल थी.
जेलेंस्की की चिंता और पुतिन की मांग
जेलेंस्की ने कहा कि वह सिद्धांत रूप में सौदे के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन ऐसा समझौता नहीं करेंगे जो देश को गरीब बनाए. गुरुवार को उन्होंने कहा, "वाशिंगटन लगातार शर्तें बदल रहा है, लेकिन मैं नहीं चाहता कि अमेरिका सोचे कि मैं मूल रूप से इसका विरोधी हूं." दूसरी ओर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा, "कीव सरकार को हटाकर एक अस्थायी प्रशासन बनाया जाए." उन्होंने ट्रंप की तारीफ करते हुए कहा, "मुझे लगता है कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति वास्तव में कई कारणों से संघर्ष खत्म करना चाहते हैं."