टेक्नोलॉजी हर दिन अपग्रेड हो रहा है. आने वाले दिन रोबोट का होने वाला है. कई जगहों पर काम के लिए रोबोट का इस्तेमाल होने लगा है. अब ऐसे में एक खबर आई है कि पहली बार किसी रोबोट ने सुसाइड करने की कोशिश की है. एक वर्क प्लेस से ये चौंकाने वाली खबर आई है. अब ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या किसी मशीन में इमोशन होता है?
जून में साउथ कोरिया के सिविल सेवा रोबोट ने सीढ़ियों से नीचे कूदकर सुसाइड करने की कोशिश की. आशंका जताई जा रही है कि साइबॉर्ग नाम को रोबोट दो सफेद है और उसे फाइल ले जाने के लिए डिजाइन किया है, उसने सुसाइड करने की कोशिश की है.
बोरियत से परेशान हो गया था रोबोट
हालांकि, इसने गुमी सिटी काउंसिल के लिए काम करते हुए बोरियत से परेशान होकर और भावनात्मक रूप से टूटकर सीढ़ियों से कूदकर अपनी जीवन समाप्त कर ली. अगर यह सही है, तो यह रोबोट द्वारा आत्महत्या का पहला मामला था. यह मामला प्रौद्योगिकीविदों, दार्शनिकों और शिक्षाविदों के लिए उलझन भरा रहा है, क्योंकि किसी रोबोट द्वारा जानबूझकर खुद को मारने के लिए उसका संवेदनशील होना जरूरी है.
क्या रोबोट में होता है इमोशन?
लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में दर्शनशास्त्र के शिक्षाविद और द एज ऑफ सेंटिएंसे: रिस्क एंड प्रीकॉशन इन ह्यूमन्स, अदर एनिमल्स एंड एआई के लेखक प्रोफेसर जोनाथन बर्च का मानना है कि हम अब उस एआई से बहुत दूर नहीं हैं जो कई तरह की भावनाओं को महसूस कर सकता है. उन्होंने इंडिपेंडेंट को बताया कि अस्पष्ट रूप से संवेदनशील' से मेरा मतलब है कि कुछ लोग पूरी तरह से आश्वस्त होंगे कि उनका एआई साथी एक समृद्ध आंतरिक जीवन वाला संवेदनशील प्राणी है, और जब अन्य लोग इससे इनकार करेंगे तो वे क्रोधित हो जाएंगे.
फिलहाल इस सवाल पर दो भाग में लोग बंटे हुए हैं. यह बताना संभव नहीं होगा कि कौन सही है, क्योंकि संवेदना के बारे में हमारी वैज्ञानिक समझ अभी तक इतनी परिपक्व नहीं हुई है और इससे बहुत गंभीर सामाजिक विभाजन पैदा होने की संभावना है. दक्षिण कोरिया में रोबोट का कुल कार्यबल 10% है, जो किसी भी अन्य स्थान से काफी अधिक है.