Prasanna Sankar and Dhivya Sashidhar: Rippling कंपनी के सह-संस्थापक और अरबपति प्रसन्ना शंकर और उनकी पत्नी धिव्या शशिधर के बीच कानूनी लड़ाई जारी है. कानूनी प्रक्रिया के बीच दोनों एक दूसरे पर आरोप और प्रत्यारोप लगा रहे हैं. एक ओर जहां प्रसन्ना का कहना है कि उनकी पत्नी का किसी और के साथ अफेयर चल रहा था. इसलिए उन्होंने उससे अलग रहने का फैसला किया. प्रसन्ना का आरोप था कि उसके लाइफ सेक्सलेस हो गई थी. हालांकि, अब शशिधर ने आरोप लगाया है कि उसका पति उसके दोस्तों के साथ सेक्स करने के लिए कहता था. वह वेश्याओं के साथ यौन संबंध बनाता था. शंकर ने अपनी पत्नी धिव्या शशिधर पर उत्पीड़न का आरोप लगाया. दोनों अपने बेटे की कस्टडी के लिए लड़ रहे थे. इसके बाद, शशिधर ने शंकर पर आरोप लगाए कि वह वेश्याओं के पास जाते थे और उसे ओपन मैरिज स्वीकार करने के लिए मजबूर करते थे.
शंकर ने कहा कि वह पुलिस से बच रहे थे क्योंकि शशिधर ने उनके खिलाफ शिकायत की थी कि उन्होंने उनके बेटे का "अपहरण" किया. शंकर ने आरोप लगाया कि पुलिस उनका फोन और कार बिना किसी एफआईआर के ट्रैक कर रही थी. शंकर ने यह भी कहा कि शशिधर का अफेयर था, जबकि वह कस्टडी की लड़ाई लड़ रहे थे.
शशिधर ने शंकर के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि शंकर वेश्याओं से संपर्क करते थे, ओपन मैरिज की बात करते थे, और घर में कैमरे लगवाकर उनकी जासूसी करते थे. शशिधर ने कोर्ट में इसके लिए सबूत दिए, जैसे ईमेल, तस्वीरें और दस्तावेज़.
जबरदस्ती सेक्स करने के लिए कहा
शशिधर ने बताया कि शंकर ने उन्हें जबर्दस्ती सेक्स करने के लिए कहा, जब वह 2016 में बच्चे को जन्म दे रही थीं. शंकर ने कहा था कि यह पुरुषों की "प्राकृतिक आवश्यकता" है. जब शशिधर मना करतीं, तो शंकर उन्हें धमकाते थे. एक ईमेल में शंकर ने शशिधर से कहा था कि वह वेश्याओं से संपर्क कर रहे थे, लेकिन बाद में उन्होंने इसे छोड़ दिया. शंकर ने एक और ईमेल में ओपन मैरिज की बात की थी.
शंकर ने अपनी बात रखते हुए कहा कि उनका विवाह सेक्सलेस था और उन्होंने कई बार शशिधर से पूछा कि ऐसा क्यों हो रहा है. एक बार गुस्से में आकर उन्होंने ओपन मैरिज की बात की, लेकिन बाद में वह इसे नहीं मान सके.
शंकर और शशिधर की मुलाकात 2007 में हुई थी और 2009 में दोनों ने डेटिंग शुरू की. दोनों बहुत होशियार और सफल थे. शंकर सिलिकॉन वैली में काम कर रहे थे और शशिधर कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रही थीं.
2013 में, शशिधर जब नीदरलैंड में थीं, तो दोनों मिले और शादी का फैसला किया. शशिधर के परिवार को इस शादी पर संकोच था, लेकिन शंकर ने उन्हें राजी कर लिया.
2017 में शुरू की कंपनी
शंकर 2015 में सैन फ्रांसिस्को लौटे और एक स्टार्टअप में काम किया. फिर 2017 में उन्होंने Rippling कंपनी की शुरुआत की, जो अब बहुत सफल हो चुकी है.
धीरे-धीरे दंपत्ति के बीच तनाव बढ़ गया, क्योंकि शंकर अक्सर अपनी पत्नी से कहते थे कि वह उसकी कोई संपत्ति का हकदार नहीं है. रिपोर्ट में कहा गया कि शशिधर ने यह भी दावा किया कि जब वह घर पर रहती और उनके बेटे की देखभाल करती थी, तो शंकर एक "उच्च समाज के हेडोनिस्टों" के बीच घुल मिल गए थे और कई पार्टनरों/वेश्याओं के साथ "लापरवाह यौन व्यवहार" में शामिल हो गए थे.
शशिधर ने यह भी दावा किया कि शंकर उसे अपने दोस्तों के साथ सेक्स करने के लिए भी कहते थे, जिसे उसने मना कर दिया. इससे वह "डरी हुई," "उत्पीड़ित," और "नष्ट" महसूस करती थीं, जैसा कि उसने गवाही दी.
पत्नी पर लगाया आरोप
शंकर ने दावा किया कि उनकी पत्नी के साथ अफेयर चल रहा था, और उसी के कारण उनका तलाक हो रहा था. वे उसे जो रकम देने पर बातचीत कर रहे थे, वह उसकी पत्नी को पसंद नहीं आ रही थी, ऐसा उनका कहना था.
शंकर ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी पत्नी नके छोने उटे बेटे का "अपहरण" कर लिया और इसके बाद उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाल अपहरण का मामला दर्ज करना पड़ा, लेकिन अमेरिकी कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए.
समझौते के तहत, शंकर को अपनी पत्नी को लगभग 9 करोड़ रुपये और 4.3 लाख रुपये प्रति माह देने थे, और उन्हें अपने बेटे की संयुक्त कस्टडी साझा करनी थी.