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क्या सच हो रही है पैगंबर मोहम्मद की भविष्यवाणियां? मक्का और मदीना में बाढ़ और बारिश के साथ आने वाली है कयामत की रात

मक्का और मदीना को इस्लाम धर्म की दो पवित्र स्थल की मान्यता प्राप्त है. ये दोनों ही जगहें पैग़म्बर मोहम्मद से जुड़ी हुई हैं. हाल के दिनों में इन जगहों पर भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति सऊदी अरब के मुसलमानों में डर की स्थिति पैदा कर दी है. 

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Edited By: Garima Singh
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Courtesy: canva

Prophet Mohammed prophecies: मक्का और मदीना को इस्लाम धर्म की दो पवित्र स्थल की मान्यता प्राप्त है. ये दोनों ही जगहें पैग़म्बर मोहम्मद से जुड़ी हुई हैं. हाल के दिनों में इन जगहों पर भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति सऊदी अरब के मुसलमानों में डर की स्थिति पैदा कर दी है. 

इस्लाम वर्णिंत पैगंबर मोहम्मद की भविष्यवाणी के मुताबिक क़यामत की रात यानी की दुनिया का खात्मा भी कुछ इसी तरह होगा. जब मक्का और मदीना शहर भारी बारिश और बाढ़ के चपेट में आ जाएंगे. हाल की घटनाओं ने इस  भविष्यवाणी को लेकर चर्चाओं को हवा दे दी है. 

बता दें कुछ दिन पहले सऊदी अरब के मक्का में भरी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हुए हैं. सऊदी अरब के मौसम विभाग ने इन दोनों शहरों सहित पूरे देश में भारी बारिश और बाढ़ का रेड अलर्ट जारी कर दिया है. इस समय पूरा शहर भयानक बाढ़ की चपेट में है. जिससे लोगों में डर का माहौल है. 

कैसे हैं सऊदी के हालात 

मक्का और मदीना में इन दिनों सड़कों पर पानी भरा है. यहां तक की  कई घरों और दुकानों के अंदर भी पानी घुस गया है. इस बेच जो लोग इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद की भविष्यवाणियों पर विश्वास करते हैं वो इस कयामत की रात का अंकित मान रहे हैं. इस्लामिक धर्मगुरुओं के मुताबिक क़यामत से पहले कई प्रकृतिक आपदाएं और मौसम में बदलाव होंगे. जिनमें से भूकंप, बर्फबारी, समुद्र का उफान और बड़े पैमाने पर बारिश और बाढ़ जैसी घटनाएं शामिल है. 

क्या थी पैगंबर मोहम्मद की भविष्यवाणी

बता दें इस्लामिक हदीसों में पैगंबर मोहम्मद की भविष्यवाणियां का जिक्र किया गया है. जिसे 'अलामात-ए-क़यामत यानी की कयामत के संकेत के नाम से जाना जाता है. 'अलामात-ए-क़यामत'के मुताबिक पैगंबर मोहम्मद ने भविष्यवाणी की थी कि कयामत से पहले एक भयानक युद्ध होगा, जो इस्लामिक स्टेट और अन्य देशों के बीच लड़ा जाएगा. ये एक विनाशकारी युद्ध होगा. इस युद्ध के बाद फिर दुनिया में शांति स्थापित होगी. इस युद्ध को "दज्जाल का युद्ध" (Antichrist war) कहा जाता है.

दज्जाल के बाद के बाद आएगी भीषण प्राकृतिक आपदाएं 

पैगंबर मोहम्मद ने कयामत के दिन से पहले दज्जाल (अर्थात झूठा मसीहा या Antichrist) की भविष्यवाणी की थी. उन्होंने कहा था दज्जाल दुनिया में फैलकर लोगों को भ्रम में डालेगा और उन्हें धर्म से दूर ले जाने का काम करेगा. लेकिन अंत में वह मारा जाएगा और फिर से धर्म की स्थापना होगी. इसी के साथ पैगंबर ने कयामत से पहले बड़े प्राकृतिक आपदाओं का जिक्र किया था, जिनमें भूकंप, बर्फबारी, सुनामी, और अन्य प्राकृतिक आपदाएं शामिल होंगी.