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'हमें एक होने से कोई नहीं रोक सकता, ताइवान चीन का है, नए साल पर शी जिनपिंग का बड़ा दावा

शी जिनपिंग के इस संदेश को उनके दृढ़ संकल्प का प्रतीक माना जा रहा है, जो ताइवान के मुद्दे को लेकर चीन की स्थिति को लगातार मजबूत करता है. चीन ने हमेशा ताइवान को अपना हिस्सा माना है, जबकि ताइवान की सरकार अपने स्वायत्तता और लोकतांत्रिक प्रणाली की रक्षा करने की बात करती है.

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चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने नए साल के अवसर पर ताइवान को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ताइवान का चीन के साथ "पुनर्मिलन" की ऐतिहासिक प्रक्रिया को कोई भी नहीं रोक सकता। शी जिनपिंग ने यह भी दोहराया कि ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों ओर के लोग "एक ही परिवार" के सदस्य हैं. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस बयान के जरिए उन ताकतों को स्पष्ट चेतावनी दी है जो ताइवान की स्वतंत्रता की समर्थक हैं, चाहे वे ताइवान के अंदर हों या बाहर.

न्यूज एजेंसी रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले एक साल में, बीजिंग ने ताइवान के पास सैन्य दबाव बढ़ा दिया है. चीनी युद्धपोतों और विमानों ने लगभग रोज़ ताइवान के जलक्षेत्र और वायुक्षेत्र में घुसपैठ की है, जिसे ताइवान के अधिकारी एक गुप्त प्रयास मानते हैं, जिसका उद्देश्य चीन की सैन्य उपस्थिति को "सामान्य" बनाना है. दरअसल, चीन लोकतांत्रिक रूप से शासित ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है. लेकिन ताइवान की सरकार बीजिंग के दावों को खारिज करती है और कहती है कि केवल उसके लोग ही अपना भविष्य तय कर सकते हैं और बीजिंग को ताइवान के लोगों की पसंद का सम्मान करना चाहिए.

"दोनों पक्ष एक ही परिवार के सदस्य हैं"

चीन के सरकारी प्रसारक सीसीटीवी पर प्रसारित भाषण में शी ने कहा, "ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों ओर के लोग एक परिवार हैं. ऐसे में कोई भी हमारे पारिवारिक बंधनों को नहीं तोड़ सकता और कोई भी राष्ट्रीय एकीकरण की ऐतिहासिक प्रवृत्ति को नहीं रोक सकता." पिछले साल अपने नए साल के भाषण में भी शी ने कहा था कि ताइवान के साथ चीन का "पुनर्मिलन" अपरिहार्य है. जहां दोनों पक्षों को "एक सामान्य उद्देश्य की भावना से जुड़ा होना चाहिए और चीनी राष्ट्र के कायाकल्प के गौरव में भागीदार होना चाहिए.

लाई चिंग-ते को बीजिंग मानता है अलगाववादी

संवेदनशील ताइवान जलडमरूमध्य में पूरे सााल तनाव पर बना रहा, विशेष रूप से लाई चिंग-ते के मई में द्वीप के नवीनतम राष्ट्रपति बनने के बाद, जिन्हें बीजिंग द्वारा "अलगाववादी" माना जाता है. इस महीने की शुरुआत में, चीन ने ताइवान के आसपास और पूर्वी और दक्षिणी चीन सागर में बड़ी संख्या में नौसैनिक बलों की तैनाती की थी, जबकि लाइ प्रशांत महासागर की यात्रा के दौरान हवाई और अमेरिकी क्षेत्र गुआम में रुके थे, जिसकी बीजिंग ने आलोचना की थी.

चीन द्वारा सैन्य दबाव और अमेरिकी संबंध

चीन ने ताइवान को अपनी संप्रभुता के तहत लाने के लिए कभी भी बल प्रयोग को खारिज नहीं किया है. इस साल, चीन ने ताइवान के चारों ओर युद्धाभ्यास किए, जिन्हें "विभाजनवादी कृत्यों" के खिलाफ चेतावनी के रूप में देखा गया. चीन ने यह भी चेतावनी दी कि अगर जरूरत पड़ी तो आगे की कार्रवाई की जाएगी. अमेरिका द्वारा ताइवान को हथियारों की आपूर्ति भी बीजिंग और वाशिंगटन के रिश्तों में तनाव पैदा करती है.