ईरान समर्थित संगठन हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच जंग जैसे हालात बन गए हैं. इजरायल ने हिजबुल्लाह के ठिकानों पर जबरदस्त हमला किया है. जवाब में हिजबुल्लाह संगठन ने इजराइल पर 320 रॉकेट से हमला किया है.11 मिलिट्री ठिकानों को टारगेट किया है. हिजबुल्लाह ने यह हमला अपने टॉप कमांडर फुआद शुक्र की मौत का बदला लेने के लिए किया.
लेबनान स्थित इस समूह ने कहा कि उसने विशेष सैन्य लक्ष्य के साथ-साथ इजरायल के आयरन डोम प्लेटफॉर्म और अन्य साइटों पर हमला किया. इसने यह भी दावा किया कि इसके हमलों का पहला चरण पूरी तरह से सफल रहा. हिजबुल्लाह के रॉकेट हमलों के बाद लेबनान बॉर्डर से लगे इजराइल में सायरनों की आवाज सुनाई दे रही है. IDF ने आगे बड़े हमले की आशंका को देखते हुए पूरे इजराइल में इमरजेंसी लागू कर दी है.
बढ़ते तनाव को देखते हुए व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता सीन सैवेट ने कहा है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन इजराइल और लेबनान में होने वाली घटनाओं पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं. सैवेट नेकहा, वह पूरी शाम अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ जुड़े रहे. उनके निर्देश पर, वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी अपने इज़रायली समकक्षों के साथ लगातार संवाद कर रहे हैं. हम इज़रायल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करते रहेंगे और हम क्षेत्रीय स्थिरता के लिए काम करते रहेंगे.
इजराइल को किसी भी हमले से बचाव के लिए अमेरिका ने क्षेत्र में अपनी सेना, युद्ध पोतों की तैनाती बढ़ा दी है. व्हाइट हाउस की तरफ से कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति पूरी स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं. अमेरिका ने इजराइल को किसी भी हमले के वक्त उसकी रक्षा का पूरा भरोसा दिया है.
हिजबुल्लाह के हमले के बाद इजराइल में इमरजेंसी जैसे हालात हैं. राजधानी तेल अवीव के बेन गुरियन एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है. हमले के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कैबिनेट की बैठक बुलाई. उन्होंने कहा कि हम पर हजारों रॉकेट्स से हमला हुआ, जिसे नाकाम कर दिया गया. नेतन्याहू ने चेतावनी देते हुए कहा कि हम इसका जवाब देंगे. हिजबुल्लाह के हमले के बाद इजराइल ने लेबनान में उसके ठिकाने पर जवाबी कार्रवाई की है.