ब्रोंकाइटिस से पीड़ित हैं पोप फ्रांसिस, इलाज के लिए अस्पताल में होंगे भर्ती, जानिए क्या होते हैं इसके लक्षण
पोप फ्रांसिस इससे पहले भी कई बार स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर चुके हैं. उनकी बढ़ती उम्र के साथ-साथ शारीरिक कठिनाइयों में भी वृद्धि देखी गई है. हालांकि, वे लगातार अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं और विभिन्न आधिकारिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेते रहे हैं.
वेटिकन ने घोषणा की है कि पोप फ्रांसिस को शुक्रवार को आवश्यक चिकित्सा जांच और ब्रोंकाइटिस के उपचार के लिए रोम स्थित 'जेमेली पॉलीक्लिनिक' अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा.
वेटिकन ने अपने संक्षिप्त बयान में इस जानकारी की पुष्टि की.
ब्रोंकाइटिस के बावजूद सक्रिय रहे पोप
पिछले सप्ताह गुरुवार को 88 वर्षीय पोप फ्रांसिस में ब्रोंकाइटिस के लक्षण पाए गए थे. हालांकि, इसके बावजूद उन्होंने अपने आधिकारिक निवास 'कासा सैंटा मार्टा' में अपनी नियमित गतिविधियों को जारी रखा और लोगों से मिलते रहे. यह निवास वेटिकन सिटी के भीतर स्थित है, जहां पोप आधिकारिक तौर पर रहते हैं.
पिछले स्वास्थ्य मुद्दे
पोप फ्रांसिस इससे पहले भी कई बार स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर चुके हैं. उनकी बढ़ती उम्र के साथ-साथ शारीरिक कठिनाइयों में भी वृद्धि देखी गई है. हालांकि, वे लगातार अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं और विभिन्न आधिकारिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेते रहे हैं.
चिकित्सा दल की निगरानी में रहेंगे पोप
वेटिकन के अनुसार, पोप फ्रांसिस की सेहत पर चिकित्सकों की विशेष निगरानी रहेगी. ब्रोंकाइटिस एक श्वसन संबंधी समस्या है, जो आमतौर पर सर्दी और संक्रमण के कारण होती है. डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने और उचित उपचार कराने की सलाह दी है.
पिछले वर्ष भी हुए थे भर्ती
यह पहली बार नहीं है जब पोप फ्रांसिस को अस्पताल में भर्ती कराया गया हो. पिछले वर्ष भी उन्हें सांस संबंधी तकलीफों के कारण इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था. तब उनकी स्थिति में सुधार होने के बाद उन्हें शीघ्र ही छुट्टी दे दी गई थी.
अनुयायियों ने प्रार्थना की अपील की
पोप फ्रांसिस के स्वास्थ्य को लेकर दुनियाभर में उनके अनुयायी चिंतित हैं और उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी उनके समर्थक उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं.
वेटिकन की ओर से जारी बयान के अनुसार, पोप की स्थिति स्थिर है और उनकी सेहत में जल्द सुधार होने की उम्मीद है. चिकित्सकों की देखरेख में उनका पूरा इलाज किया जाएगा.
ब्रोंकाइटिस के लक्षण: जानिए इस श्वसन रोग के प्रमुख संकेत
ब्रोंकाइटिस एक आम श्वसन समस्या है जो फेफड़ों की नलिकाओं में सूजन के कारण होती है. यह रोग आमतौर पर वायरस या बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण विकसित होता है और लंबे समय तक रहने पर क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस का रूप ले सकता है. आइए जानते हैं ब्रोंकाइटिस के लक्षण, जिससे इसे समय रहते पहचाना और इलाज किया जा सके.
1. लगातार खांसी
ब्रोंकाइटिस का सबसे प्रमुख लक्षण लगातार खांसी है, जो आमतौर पर बलगम के साथ आती है. यह बलगम सफेद, पीला, हरा या कभी-कभी खून से सना भी हो सकता है.
2. सांस लेने में तकलीफ
इस स्थिति में रोगी को सांस लेने में कठिनाई हो सकती है, विशेष रूप से जब सूजन अधिक बढ़ जाती है. यह समस्या फेफड़ों में ऑक्सीजन की कमी के कारण उत्पन्न होती है.
3. सीने में जकड़न और दर्द
ब्रोंकाइटिस के कारण सीने में भारीपन और हल्का-फुल्का दर्द महसूस हो सकता है. यह आमतौर पर सूजन के कारण होता है, जिससे व्यक्ति असहज महसूस करता है.
4. थकान और कमजोरी
यह रोग शरीर की ऊर्जा को प्रभावित करता है, जिससे व्यक्ति जल्दी थकान और कमजोरी महसूस करने लगता है.
5. सांस लेने पर सीटी जैसी आवाज़ आना
जब ब्रोंकाइटिस अधिक गंभीर हो जाता है, तो सांस लेते समय एक सीटी जैसी आवाज़ सुनाई दे सकती है, जिसे "व्हीज़िंग" कहा जाता है. यह नलिकाओं में बलगम जमने के कारण होता है.
6. हल्का बुखार और ठंड लगना
ब्रोंकाइटिस के शुरुआती लक्षणों में हल्का बुखार और शरीर में ठंड लगने की समस्या हो सकती है.
7. नाक बहना और गले में खराश
अक्सर ब्रोंकाइटिस होने पर नाक बंद या बहने लगती है और गले में खराश महसूस होती है. यह लक्षण आम सर्दी-जुकाम से मिलते-जुलते होते हैं.