Pope Francis Funeral: आज यानी 26 अप्रैल 2025 को पोप फ्रांसिस को अंतिम विदाई दी जा रही है. पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजली देने के लिए शीर्ष अंतरराष्ट्रीय नेता शामिल हुए थे. पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले 50 से अधिक राष्ट्राध्यक्षों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शामिल थे. ट्रंप अपनी पत्नी, प्रथम महिला मेलानिया ट्रम्प के साथ वेटिकन पहुंचे थे.
ट्रम्प ने शुक्रवार को रोम के लिए उड़ान भरते समय संवाददाताओं से कहा कि वे पोप के अंतिम संस्कार में सम्मान के लिए जा रहे हैं, जिनका सोमवार को 88 वर्ष की आयु में स्ट्रोक से निधन हो गया था.
पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की भी पहुंचे हैं. इसके अलावा यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन, हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन, इतालवी प्रीमियर जियोर्जिया मेलोनी और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली शामिल हैं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी शुक्रवार को यहां सेंट पीटर बेसिलिका में पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजलि अर्पित की. राष्ट्रपति मुर्मू के साथ केंद्रीय संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू, अल्पसंख्यक मामलों और मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन और गोवा विधानसभा के उपाध्यक्ष जोशुआ डी सूजा भी पहुंचे.
Rashtrapati Ji pays homage to His Holiness, Pope Francis on behalf of the people of India. The world will always remember his service to society. https://t.co/eW73nRp4MZ
— Narendra Modi (@narendramodi) April 26, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक्स पर एक पोस्ट में पोप को श्रद्धांजलि देते हुए कहा था, 'राष्ट्रपति जी भारत के लोगों की ओर से पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजलि देती हैं. दुनिया हमेशा समाज के लिए उनकी सेवा को याद रखेगी.' वेटिकन के मुताबिक, पोप फ्रांसिस के ताबूत को 2015 में फिलीपींस की उनकी यात्रा के दौरान इस्तेमाल की गई पोपमोबाइल के पीछे रखा जाएगा. वाहन को संशोधित किया गया है ताकि ताबूत सेंट पीटर बेसिलिका से उनके दफन स्थान तक लगभग 4 किलोमीटर (2.5 मील) के मार्ग पर शोक मनाने वालों को दिखाई दे.