कर्ज उतारने के लिए पोर्न फिल्म में काम करने वाली पुलिस अधिकारी पर गिरी गाज

लॉफ्लैंड ने यह भी खुलासा किया कि इस कदम में उनके पति ने उनका पूरा समर्थन किया. उन्होंने पोर्न उद्योग को "पेशेवर" बताते हुए कहा कि उन्होंने इस दौरान कभी भी दबाव या जबरदस्ती का सामना नहीं किया. उन्होंने कहा, 'इस पेशे में काम कर मैंने अपने घर की बंधक राशि चुका दी. यह मेरे लिए एक अस्थायी समाधान था.'

Sagar Bhardwaj

अमेरिका में एक 44 वर्षीय पुलिस अधिकारी को कर्ज से जूझने के कारण अपनी नौकरी छोड़नी पड़ी, जब यह सामने आया कि वह अतिरिक्त आय के लिए पोर्न फिल्मों में काम कर रही थीं. यह घटना न केवल उनके जीवन में एक बड़ा मोड़ लाई बल्कि समाज में आर्थिक दबाव के चलते उठाए गए कड़े कदमों पर भी प्रकाश डालती है.

कर्ज उतारने के लिए लिया फैसला
शैनन लॉफ्लैंड, जो कोलोराडो काउंटी शेरिफ़ कार्यालय में कार्यरत थीं, ने करीब एक महीने तक छह पोर्न फिल्मों में अभिनय किया. उन्होंने बताया कि बढ़ते कर्ज और आर्थिक तंगी ने उन्हें इस पेशे को अपनाने पर मजबूर कर दिया. लॉफ्लैंड ने कहा, 'मैं कर्ज में डूबी हुई थी और परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए यह एक कानूनी और फायदेमंद तरीका था. मैं अपने घर को बचाने के लिए इसे करने को मजबूर थी.'

इस्तीफे की वजह
शेरिफ़ कार्यालय को जब लॉफ्लैंड के इस दूसरे पेशे के बारे में पता चला, तो उन्हें नौकरी छोड़नी पड़ी. उन्होंने स्वीकार किया कि बिना अनुमति के इस तरह का काम करना विभागीय नियमों का उल्लंघन था. लॉफ्लैंड ने कहा कि कई अधिकारी बढ़ती महंगाई और ब्याज दरों के कारण दूसरी नौकरियां कर रहे हैं, चाहे उनके पास अनुमति हो या नहीं.

पति ने दिया साथ
लॉफ्लैंड ने यह भी खुलासा किया कि इस कदम में उनके पति ने उनका पूरा समर्थन किया. उन्होंने पोर्न उद्योग को "पेशेवर" बताते हुए कहा कि उन्होंने इस दौरान कभी भी दबाव या जबरदस्ती का सामना नहीं किया. उन्होंने कहा, 'इस पेशे में काम कर मैंने अपने घर की बंधक राशि चुका दी. यह मेरे लिए एक अस्थायी समाधान था.'

पुलिस सेवा में 20 साल का अनुभव
शैनन लॉफ्लैंड ने अपने पुलिस करियर में 20 से अधिक वर्षों तक सेवा दी और विभाग के ड्राइविंग अकादमी का संचालन किया. उन्होंने कहा, 'मुझे अपनी नौकरी और उन सभी लोगों से जुड़ने में खुशी मिली, जिनकी मैंने मदद की. मैं हमेशा समर्पित और वफादार रही हूं.'

महंगाई के दबाव में बढ़ती चुनौतियां
लॉफ्लैंड का मामला उन अधिकारियों की चुनौतियों को उजागर करता है, जो बढ़ती महंगाई और आर्थिक दबाव के कारण अतिरिक्त आय के लिए जोखिम भरे कदम उठाने को मजबूर हो रहे हैं. यह घटना इस बात पर विचार करने की आवश्यकता को भी रेखांकित करती है कि समाज आर्थिक दबावों से निपटने के लिए क्या समाधान प्रदान कर सकता है.