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वियाना जाने की तैयारी में हैं पीएम मोदी, क्या है यहां का इतिहास-भूगोल, क्यों खास है ये शहर?

वियाना, वैश्विक राजनीतिक की धुरी है. वियाना में मानवाधिकार से लेकर विकास तक पर कई वैश्विक चर्चाएं ऐसी हुई हैं, जिनका असर, दुनियाभर पर पड़ा है. इस शहर में दुनियाभर के हजारों दफ्तर हैं. कई वैश्विक संगठनों के यहां मुख्यालय हैं. कई एनजीओ यहां से ही ऑपरेट होते हैं. यह शहर, दुनियाभर में बेहद लोकप्रिय है. क्या है इस शहर की खासियत, आइए जानते हैं.

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Vienna
Courtesy: Social Media

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 से 10 जुलाई के बीच ऑस्ट्रिया के शहर वियाना जाने वाले हैं. प्रधानमंत्री के वियाना दौरे में द्विपक्षीय बातचीत, राजनीतिक साझेदारी और व्यापार को लेकर चर्चा हो सकती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आमतौर पर प्रधानमंत्री बनने के बाद पड़ोसी देशों में पहले जाते थे लेकिन अब शायद उन्होंने रणनीति बदली है. अब प्रधानमंत्री पहले इटली गए थे, अब ऑस्ट्रिया जाने की तैयारी है. ऑस्ट्रिया में कोई भारतीय प्रधानमंत्री 41 साल बाद जा रहा है. अंतिम बार साल 1983 में इंदिरा गांधी गईं थीं, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जा रहे हैं. 

यह शहर, एक बार फिर चर्चा के केंद्र में हैं. वियाना में दशकों बाद, कोई भारतीय प्रधानमंत्री जा रहा है. यह शहर सिर्फ वैश्विक संगठनों के केंद्र की वजह से ही नहीं जाना जाता है, बल्कि कई खूबसूरत इमारतों की वजह से भी जाना जाता है. यहां का वंडर अराउंड द सेंटर, कैफे सेंट्रल ऑर, हडरवॉसर म्युजियम, द पैलेस ऑफ कोर्स, द कुनस्टकामेर, रोज गार्डन, द माक एंड मोर और कई म्युजियम भी घूमने लायक है. अब आइए जानते हैं क्यों ये शहर खास है. 

वियाना में ऐसा क्या है कि दुनियाभर ही इस पर है नजर?

ऑस्ट्रिया की राजधानी वियाना. इस शहर को अगर यूरोप का दिल कहें तो गलत नहीं होगा. ऐसा कौन सा देश होगा, जिसका दफ्तर, यहां हो न. वैश्विक संगठनों का अगर इसे केंद्र कहें तो भी ये गलत नहीं होगा. दुनियाभर के अंतरराष्ट्रीय संगठन और NGO के दफ्तर इस शहर में हैं. यह शहर, हमेशा चर्चा में रहा है. 23 अगस्त 1979 के बाद से इस शहर की लोकप्रियता ऐसी बढ़ी कि दुनिया ने इधर ही रुख कर लिया. 

लोग संयुक्त राष्ट्र के के चार्टर में इस शहर का नाम पढ़ते हैं, वियाना कन्वेंशन के लिए दुनिया इसे बार-बार याद करती है. यह वैश्विक राजनीति की राजधानी है. यहां अंतराष्ट्रीय स्तर के 40 से ज्यादा संगठन हैं. 130 से ज्यादा कूटनीतिक प्रतिनिधियों का ये शहर केंद्र हैं, यहां 3,800 से ज्यादा राजनायिक रहते हैं. यहां 6000 इंटरनेशनल दफ्तर बने हुए हैं. यह वैश्विक राजनीति का केंद्र बिंदु है. 

यूरोपियन यूनियन का इकलौता शहर, वियाना ही है, जहां 45 साल से संयुक्त राष्ट्र के 4 हेडक्वार्टर्स में से एक है. वियाना इंटरनेशनल सेंटर (VIC) कई मामलों में बेहद खास है. न्यूयॉर्क, जेनेवा और नोरोबी के बाद वियाना शहर ही खास है. वियाना में 125 देशों के 5000 से ज्यादा अधिकारी रहते हैं. संयुक्त राष्ट्र की 3 प्रमुख संस्थाएं हैं. हां IAFA, UNIDO, UNHCR. 
- इंटरनेशनल एटमिक एनर्जी एजेंसी (IAFA)
- यूनाइटेड नेशंस इंडस्ट्रियल डेवलेपमेंट ऑर्गेनाइजेशन ( UNIDO)
- यूनाइटेड नेशंस हाई कमिश्नर फॉर रिफ्यूजी (UNHCR)

इसके अलावा कौन हैं दफ्तर यहां हैं?

ADRA, AIESEC, एमनेस्टी इंटरनेशनल, ऑस्ट्रियन रेड क्रॉस, केयर इंटनेशनल, कैरिटस ऑस्ट्रिया, सेंट्रल यूरोप फॉर रिसर्य एंड डॉक्यूमेंटेशन, सेंट्रल यूरोप सेंटर फॉर रिसर्च एंड डॉक्यूमेंटेशन (CEC), क्लब ऑप यूरोपियन सपोर्टस सेंटर, कंज्युमर्स इंटरनेशनल, डॉक्टर्स विदाउट बर्डर और ग्रीनपीस जैसे संगठनों के दफ्तर हैं.

वियाना में होता क्या है?

वियाना में जितने भी कन्वेंशन होते हैं, ज्यादातर में सस्टेनेबल डेवलेपमेंट गोल्स की बात की जाती है. संयुक्त राष्ट्र संघ, सभी देशों के समावेशी विकास पर जोर देता है. वियाना में कई वैश्विक योजनाओं की रूपरेखा बनती है. पर्यावरण से लेकर प्रवासी, रिफ्यूजी और रेड क्रॉस तक, वियाना से कई वैश्विक सुधारों की रूपरेखा तैयार हुई है, यहां हमेशा, वैश्विक हितों को लेकर बैठक होती रहती है.