PM Modi UAE Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (13 फरवरी) संयुक्त अरब अमीरात (UAE) पहुंच चुके हैं. उन्होंने यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ द्विपक्षीय बैठक की. इस दौरान दोनों देशों के नेताओं के बीच कई समझौतों के ज्ञापन आदान-प्रदान किए गए.
यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा- सबसे पहले तो मैं आपको मेरा हार्दिक स्वागत करने के लिए आपका हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहता हूं. पिछले 7 महीनों में हम 5 बार मिल चुके हैं. मुझे भी 7 बार UAE आने का अवसर मिला है. जिस तरह से दोनों देश हर क्षेत्र में आगे बढ़े हैं. हर क्षेत्र में हमारे बीच संयुक्त साझेदारी है.
UAE में UPI Rupay Card की शुरुआत
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति नाहयान ने UAE में UPI Rupay Card की शुरुआत की. पीएम मोदी ने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि हमारे UPI रुपे कार्ड और जयवान कार्ड की शुरुआत से फिनटेक की दुनिया में एक नए युग की शुरुआत हो चुकी है.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूएई पहुंचने पर यूएई के राष्ट्रपति ने उनका जोरदार स्वागत किया. दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया और एक दूसरे को गले लगाया.
पीएम मोदी ने अपने हार्दिक स्वागत पर सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर फोटो शेयर करते हुए लिखा- अबू धाबी हवाई अड्डे पर मेरा स्वागत करने के लिए समय निकालने के लिए मेरे भाई मोहम्मद बिन जायद का मैं बहुत आभारी हूं. मैं एक सार्थक यात्रा की आशा करता हूं जो भारत और यूएई के दोस्ती के संबंधों को और मजबूत करेगी. "
Immensely grateful to my brother, HH @MohamedBinZayed, for taking the time to receive me at Abu Dhabi airport.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 13, 2024
I look forward to a productive visit which will further strength the friendship between India and UAE. 🇮🇳 🇦🇪 pic.twitter.com/OWQivfszI2
विदेश मंत्री के एक बयान के मुताबिक पिछले 8 महीनों में यह प्रधानमंत्री की खाड़ी देश की तीसरी यात्रा है. यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ मुलाकात के अलावा पीएम मोदी विश्व सरकार शिखर सम्मेलन 2024 ( World Government Summit 2024) में भी हिस्सा लेंगे. यहां पीएम मोदी भाषण भी देंगे.
हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे पीएम
इसके साथ ही पीएम मोदी में आबु-धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन भी करेंगे. उन्होंने कहा, "बीएपीएस मंदिर सद्भाव, शांति और सहिष्णुता के मूल्यों के लिए एक स्थायी श्रद्धांजलि होगी, जो भारत और यूएई दोनों साझा करते हैं."