गाजा पर इजरायल के हमले जारी हैं. सारी अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के बाद भी जंग जारी है. अब फिलिस्तीन के मोहम्मद मुस्तफा ने प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी से मदद मांगी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके तीसरे कार्यकाल के लिए बधाई देते हुए एक पत्र में फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद मुस्तफा ने कहा कि एक वैश्विक नेता और मानवाधिकारों और शांति को महत्व देने वाले राष्ट्र के रूप में गाजा में "नरसंहार" को समाप्त करने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है.
मोहम्मद मुस्तफा ने कहा कि भारत के लिए तत्काल युद्ध विराम के लिए सभी राजनयिक चैनलों का उपयोग करना, गाजा में मानवीय सहायता बढ़ाना, फिलिस्तीनी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ सहयोग करना और किए जा रहे अत्याचारों के खिलाफ दृढ़ रुख अपनाना अनिवार्य है.
भारत ने पिछले साल तत्काल युद्ध विराम की मांग करने वाले UNGA प्रस्ताव का समर्थन किया था, लेकिन स्पष्ट रूप से इसके लिए आह्वान नहीं किया है. हालांकि, इजरायल को दिए गए संदेश में भारत सरकार इजरायल-हमास जंग में नागरिकों की मौतों की कड़ी निंदा कर रही है, साथ ही सभी परिस्थितियों में अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का सम्मान करने का आह्वान भी कर रही है.
मुस्तफा ने कहा कि गाजा में जो हालात हैं एक मानवीय आपदा है जिसके लिए तत्काल और निर्णायक कार्रवाई की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि मैं हमारे द्विपक्षीय संबंधों और आपसी हितों को आगे बढ़ाने के महत्व की पुष्टि करना चाहूंगा जो ठोस और दीर्घकालिक आधार पर आधारित हैं. मुझे विश्वास है कि ये अटूट संबंध आने वाले वर्षों में मजबूत और विकसित होते रहेंगे.
फिलिस्तीन के पीएम के इस प्रयास से युद्ध विराम की बढ़ती मांग को बल मिलेगा. गाजा में और उसके आस-पास के इलाकों में आईडीएफ (IDF) के अब तक के ऑपरेशन में अब तक 307 मौत हो गई है, इसमें फिलिस्तीनी मौतों से बहुत अधिक हैं, जिसमें 37,000 से अधिक लोग मारे गए हैं. मरने वालों में ज्यादातर नागरिक हैं.