जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. इस हमले में 26 लोगों की जान गई और 17 अन्य घायल हो गए. भारत ने इस घटना के जवाब में ऐतिहासिक सिंधु जल संधि (IWT) को निलंबित कर दिया है. यह कदम दोनों देशों के बीच तनाव को और गहरा कर रहा है. पहलगाम, जो गर्मियों में पर्यटकों की पसंदीदा जगह है, में हुए इस हमले ने पाकिस्तान को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक बुलाने के लिए मजबूर कर दिया.
शेयर बाजार में भारी गिरावट
भारत के कड़े कदमों का असर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर साफ दिख रहा है. कराची स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक KSE-100 सुबह 11:13 बजे 1,086.51 अंक यानी 0.93% की गिरावट के साथ 116,139.63 पर बंद हुआ. निवेशकों में भय का माहौल है, क्योंकि सूचकांक 118,000 के स्तर से नीचे गिर गया है. भारत द्वारा पाकिस्तानी सामानों पर नए व्यापारिक शुल्क लगाए जाने से निर्यात पर भी असर पड़ने की आशंका है.
आर्थिक चुनौतियां और IMF की चेतावनी
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटाकर चालू वित्त वर्ष के लिए 2.6% कर दिया है. अगले वित्त वर्ष के लिए यह अनुमान 3.6% है, जबकि मुद्रास्फीति 7.7% तक पहुंचने की संभावना है. एक सरकारी थिंक टैंक ने चेतावनी दी है कि यह स्थिति आर्थिक विविधीकरण के लिए एक सबक है.
भविष्य की आशंकाएं
भारत के दंडात्मक कदमों और भू-राजनीतिक तनाव के बीच पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और नाजुक हो रही है. निवेशकों का भरोसा डगमगा रहा है, और शेयर बाजार में गिरावट इसका स्पष्ट संकेत है. विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान को अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए तत्काल कदम उठाने होंगे.