पाकिस्तान में करीब 500 लोगों को ले जा रही एक यात्री ट्रेन को मंगलवार को देश के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में विद्रोहियों ने अपहरण कर लिया. बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने हमले की जिम्मेदारी ली है. विद्रोहियों ने जाफर एक्सप्रेस पर गोलीबारी की - उसने कहा कि उसने 214 लोगों को बंधक बना लिया है, साथ ही उसने यह भी कहा कि 30 पाकिस्तानी सैन्यकर्मी मारे गए हैं. अलगाववादी समूह ने यह भी धमकी दी है कि अगर सुरक्षा बल पीछे नहीं हटे तो वे सभी बंधकों को मार डालेंगे.
बलूच लिबरेशन आर्मी के द्वारा हाईजैक की गई ट्रेन से 104 यात्रियों को बचाया जा चुका है और 17 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है. वहीं, 16 बीएलए लड़ाके मारे गए. कुल 104 यात्रियों को बचाया गया है.भारी गोलीबारी जारी है. आर्मी ऑपरेशन चला रही है. लेकिन अभी तक बंधकों को नहीं छुड़ा पाई है. पाकिस्तानी सेना ने भी सैनिकों और डॉक्टरों के अतिरिक्त दल के साथ एक राहत ट्रेन घटनास्थल पर भेजी है. एंबुलेंस भी भेजी गई, लेकिन पहाड़ी और ऊबड़-खाबड़ इलाके के कारण घटनास्थल तक पहुंचना आसान नहीं था.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने एक सरकारी प्रवक्ता के हवाले से बताया कि मंगलवार देर रात तक पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने अपहृत ट्रेन से लगभग 80 यात्रियों को बचा लिया. उग्रवादी बंधकों के बदले में बलूच राजनीतिक कैदियों, जबरन गायब किये गये लोगों और राष्ट्रीय प्रतिरोध कार्यकर्ताओं की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग कर रहे हैं और इसके लिए उन्होंने 48 घंटे की समय सीमा तय की है.
13 आतंकवादियों को भी मार गिराया
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने 13 आतंकवादियों को भी मार गिराया है. बलूचिस्तान के क्वेटा से अपनी यात्रा शुरू करने के बाद पेशावर जाने वाली जाफ़र एक्सप्रेस पर हमला किया गया और उसमें सवार लोगों से संपर्क स्थापित करने की कोशिश की जा रही थी. हमले के बाद ट्रेन एक सुरंग में फंस गई.
आतंकवादियों ने एक बयान में दावा किया है कि उन्होंने एक सुदूर स्थान पर भीषण गोलीबारी के बाद ट्रेन को पटरी से उतारकर उस पर कब्ज़ा कर लिया है. बलूच अधिकारियों या रेलवे ने अभी तक हताहतों की संख्या और बंधकों की स्थिति की पुष्टि नहीं की है.