Pakistan Terrorist Attack: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में शुक्रवार रात को हुए एक बड़े आतंकी हमले ने पूरे इलाके को दहला दिया. इस हमले में 17 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए हैं. यह हमला पाकिस्तान में महीनों में हुआ सबसे घातक हमला माना जा रहा है. सुरक्षा बलों ने इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है, लेकिन इस हमले के लिए अभी तक किसी आतंकवादी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है.
पुलिस अधिकारी के अनुसार, यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के लिता सार इलाके में हुआ. शुक्रवार की रात आतंकवादियों ने सुरक्षा चौकी को निशाना बनाया, जिससे 17 जवानों की मौत हो गई और 8 घायल हो गए. इसके बाद इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया गया, लेकिन आतंकियों का पता नहीं चल पाया है. पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में आतंकवादी हमले की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं, खासकर अफगानिस्तान की सीमा से लगे इलाके में.
हालांकि इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी संगठन ने नहीं ली है, लेकिन अधिकारियों का मानना है कि इसमें पाकिस्तान के आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) का हाथ हो सकता है. पिछले कुछ समय से टीटीपी के आतंकवादी पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान इलाकों में लगातार हमले कर रहे हैं. यह संगठन अफगानिस्तान में तालिबान सरकार से समर्थन प्राप्त करने का दावा करता है, और पाकिस्तानी अधिकारियों का आरोप है कि टीटीपी के आतंकवादी अफगानिस्तान से पाकिस्तान में घुसपैठ करते हैं.
इससे पहले 5 अक्टूबर को, कई आतंकवादी हमलों में 16 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे. खुर्रम जिले में हुए हमले में सात सैनिक मारे गए, जबकि दो लोग घायल हुए. दुनिया भर में आतंकवादी संगठन घोषित की गई तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने इस हिंसा की जिम्मेदारी ली थी. यह माना जा रहा है कि TTP के आतंकवादी शनिवार के हमले में भी शामिल थे. TTP का हमला पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव का कारण है.
इस ताजा हमले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि पाकिस्तान के सुरक्षा बलों के लिए इन आतंकी समूहों से निपटना कितनी बड़ी चुनौती है. सरकार और सुरक्षा एजेंसियां आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई में जुटी हुई हैं, लेकिन स्थिति बहुत जटिल होती जा रही है, खासकर जब यह आतंकी समूह अफगानिस्तान से संचालित होते हैं.