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तंगहाली के बीच बोले पाक पीएम शहबाज- हम भारत से वार्ता को तैयार, गंभीर मुद्दों पर खुलकर बात करे पड़ोसी

आर्थिक तंगहाली से त्रस्त पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत के साथ बातचीत को लेकर फिर से पेशकश की है. उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि जब तक दोनों देश 'सामान्य पड़ोसी' नहीं बन जाते तब तक दोनों राष्ट्रों के मध्य गंभीर और सार्थक चर्चा नहीं हो सकती.

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Edited By: Shubhank Agnihotri
तंगहाली के बीच बोले पाक पीएम शहबाज- हम भारत से वार्ता को तैयार, गंभीर मुद्दों पर खुलकर बात करे पड़ोसी

 

नई दिल्लीः आर्थिक तंगहाली से त्रस्त पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत के साथ बातचीत को लेकर फिर से पेशकश की है. उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि जब तक दोनों देश 'सामान्य पड़ोसी' नहीं बन जाते तब तक दोनों राष्ट्रों के मध्य गंभीर और सार्थक चर्चा नहीं हो सकती.


 इशारा भारत की ओर
इस्लामाबाद में आयोजित खनिज शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के दौरान पीएम शहबाज शरीफ ने भारत के साथ बातचीत करने का प्रस्ताव दिया है. 

 हालांकि उन्होंने अपने भाषण के दौरान किसी भी देश का जिक्र नहीं किया है. उन्होंने अपने भाषण में किसी देश का नाम नहीं लिया लेकिन उनका साफ तौर पर भारत की ओर था.

छह माह पहले भी एक साक्षात्कार के दौरान उन्होंने भारत से बातचीत शुरु करने को लेकर अपनी इच्छा जाहिर की थी.

हम तैयार- बशर्ते पड़ोसी हो गंभीर
मंगलवार को खनिज समिट में दिए गए अपने भाषण में शरीफ ने कहा कि वह बातचीत के लिए तैयार हैं.  दोनों देशों के बीच युद्ध किसी प्रकार का कोई समाधान नहीं है. परमाणु युद्ध होने पर कोई भी जिंदा नहीं बचेगा. उन्होंने आगे अपने संबोधन में कहा कि हम किसी के खिलाफ साजिश नहीं रचते, हमारे मन में किसी के खिलाफ कुछ भी नहीं है. हमें अपना ख्याल रखना है आगे बढ़ना है. भारत का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि हम उनके यानी (भारत) के साथ बातचीत को लेकर तैयार हैं बशर्ते पड़ोसी भी गंभीरता से बातचीत को लेकर तैयार हो.

संबोधन में युद्द का भी जिक्र
अपने संबोधन में  शरीफ ने भारत के साथ लड़े गए तीन युद्धों का भी जिक्र किया. 

उन्होंने कहा कि हमने बीते 8 दशकों में 3 बार उनसे लड़ाई लड़ी उससे क्या हासिल हुआ? उससे सिर्फ बेरोजगारी, अशिक्षा, स्वास्थ्य जैसे संसाधनों में हम काफी ज्यादा पिछड़ गए.

 

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