Pakistan over Iran airstrike Condemnation Unprovoked Air Space Violation: बलूचिस्तान में आतंकी समूह पर ईरान के एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान भड़क गया है. पाकिस्तान ने ईरान की ओर से अपने एयरस्पेस के उल्लंघन की कड़ी निंदा की है. पाकिस्तान की ओर से कहा गया है कि ईरान के एयरस्ट्राइक में दो बच्चों की जान चली गई और तीन लड़कियां घायल हो गईं. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन पूरी तरह से अस्वीकार्य है. ईरान को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों देशों के बीच कम्यूनिकेशन के कई माध्यम मौजूद होने के बावजूद ईरान ने ये कार्रवाई की है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, पाकिस्तान ने पहले ही तेहरान में ईरान के विदेश मंत्रालय के संबंधित सीनियर अधिकारियों के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है. साथ ही कहा गया है कि ईरान के अधिकारी को विदेश मंत्रालय में बुलाया गया है. पाकिस्तान ने यह भी कहा कि ऐसी एकतरफा कार्रवाई अच्छे पड़ोसी संबंधों के अनुरूप नहीं हैं. ईरान की ओर से की गई ये कार्रवाई द्विपक्षीय विश्वास को गंभीर रूप से कमजोर कर सकते हैं.
Ministry of Foreign Affairs, Pakistan tweets, "Pakistan strongly condemns the unprovoked violation of its airspace by Iran and the strike inside Pakistani territory which resulted in the death of two innocent children while injuring three girls. This violation of Pakistan’s… pic.twitter.com/W7g8IqLjXv
— ANI (@ANI) January 16, 2024
अल अरबिया न्यूज ने तस्नीम समाचार एजेंसी के हवाले से बताया कि ईरान की ओर से की गई एयरस्ट्राइक में पाकिस्तान में जैश अल-अदल के दो महत्वपूर्ण मुख्यालय नष्ट कर दिए गए है. रिपोर्ट के अनुसार, 2012 में गठित जैश अल-अदल को ईरान की ओर से आतंकवादी संगठन के रूप में लिस्टेड किया गया था. इसे सुन्नी आतंकवादी समूह बताया गया था. बताया जा रहा है कि पिछले कुछ वर्षों में जैश अल-अदल ने ईरान के सुरक्षा बलों पर कई हमले किए हैं.
अल अरबिया न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर में जैश अल-अदल ने सिस्तान-बलूचिस्तान में एक पुलिस स्टेशन पर हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें कम से कम 11 पुलिस कर्मियों की जान चली गई थी. सिस्तान-बलूचिस्तान की सीमा अफगानिस्तान और पाकिस्तान से लगती है. रिपोर्ट के अनुसार, इस क्षेत्र में ईरान के सुरक्षा बलों और सुन्नी आतंकवादियों के साथ-साथ ड्रग तस्करों के बीच संघर्ष का इतिहास रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दो दिन पहले ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) की ओर से इराक के कुर्दिस्तान क्षेत्र में इजरायली जासूसी मुख्यालय और सीरिया में कथित आईएसआईएस से जुड़े ठिकानों पर मिसाइलें दागी गईं थी.