PoK में दिनदहाड़े हत्या, खतरे में हजारों की जान, भारत से विलय की गुहार लगा रहे प्रदर्शनकारी
Pakistan Occupied Kashmir Major Unrest: इससे पहले सोमवार को रावलकोट में कुछ प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे, जिनके हाथों में पीओके को भारत में शामिल करने की मांग की गई थी. पीओके भारत का अभिन्न अंग है. इस पर 1947 में कबायलियों ने अवैध कब्जा कर लिया था.
Pakistan Occupied Kashmir Major Unrest: पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) लगातार चौथे दिन उबल रहा है. PoK के मुजफ्फराबाद में अशांति की खबरें हैं. स्थिति काफी गंभीर बताई जा रही है. प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प की खबर है. अवामी एक्शन कमेटी ने मंगला बांध से टैक्स फ्री बिजली और आटे पर सब्सिडी की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है. उधर, सोमवार रात भर पुलिस की छापेमारी के दौरान कई नेताओं और प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी और छापेमारी के दौरान मुजफ्फराबाद, दादियाल, मीरपुर और पीओके के अन्य हिस्सों में सुरक्षाकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं हैं.
स्कॉटलैंड के पीओके कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने कहा कि फिलहाल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में स्थिति बहुत गंभीर होती जा रही है. आज सुबह (मंगलवार) लगभग 5 लाख लोग मुजफ्फराबाद और अन्य इलाकों में विरोध प्रदर्शन करने के लिए उतरे. बिजली बिलों पर टैक्स, सब्सिडी में कटौती और प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, विधानसभा के सभी सदस्यों के साथ-साथ न्यायाधीशों और नौकरशाही के भत्तों और विशेषाधिकारों को समाप्त करने की मांग की गई.
अमजद अयूब मिर्जा ने कहा कि अचानक प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाबलों पर जवाबी हमला भी किया, जिसके बाद रेंजर्स वहां गायब हो गए. इसके बाद सुरक्षाबल एक्स्ट्रा फोर्स के साथ आए और प्रदर्शनकारियों से बातचीत में कहा कि गेहूं की कीमतों में प्रति माह लगभग 600-700 रुपये की कमी की गई है और पाकिस्तान सरकार इस पर सहमत हो गई है. कहा गया कि शहबाज शरीफ सरकार ने पीओके के लिए 23 अरब रुपये का सब्सिडी पैकेज जारी किया है. हालांकि, जब प्रदर्शनकारियों ने पीओके प्रशासन की ओर से जारी नोटिफिकेशन को देखा तो, इसमें डिस्पैच नंबर ही नहीं था.
नोटिफिकेशन में डिस्पैच नंबर नहीं होने के बाद जम्मू-कश्मीर संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएएसी) के नेता भड़क गए. उन्होंने इस बारे में प्रदर्शनकारियों से गिलानी चौराहे की ओर मार्च करने को कहा, जिसे अजीज चौक कहा जाता है. उधर, कई रिपोर्ट्स में आशंका जताई जा रही है कि प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. पाक अधिकृत कश्मीर में इंटरनेट सर्विस पूरी तरह से बंद कर दी गई है. पाकिस्तानी सेना के कमांडो मुजफ्फराबाद में उतरे हैं.
प्रदर्शनकारियों ने भारत सरकार से की अपील
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि फिलहाल हम वर्तमान की स्थिति को देखते हुए काफी निराश हैं. हम भारत सरकार से अनुरोध करते हैं कि वो विदेश मंत्रालय को पाकिस्तानी राजदूत को तलब करने और स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश दे. ये पीओके में दिनदहाड़े होने वाली हत्या है. हमारी जान खतरे में है.
कहा जा रहा है कि सोमवार को शहबाज शरीफ सरकार पाक अधिकृत कश्मीर के लिए 23 अरब रुपये का सब्सिडी पैकेज जारी किया था. लेकिन प्रदर्शनकारी इससे असंतुष्ट दिखे और उन्होंने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. इसी विरोध प्रदर्शन को शांत करने के लिए सुरक्षाबलों ने बल का प्रयोग किया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई.
आखिर पीओके में हो क्या रहा है?
दरअसल, पाकिस्तान लगातार आर्थिक संकटों का सामना करना रहा है. ऐसा पूरे पाकिस्तान समेत पीओके में भी है. भारत सरकार ने 2019 में जम्मू-कश्मीर को मिले स्पेशल स्टेटस यानी आर्टिकल 370 को हटा दिया था, जिसके बाद पाकिस्तान ने भारत से सभी तरह के बिजनेस को पूरी तरह से रोक दिया था. ऐसा करने के बाद से ही पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लोगों को कई चीजों के लिए जूझना पड़ रहा है. कई कारोबार पर रोक तो लग ही गई, साथ ही बिजली, आटा, पेट्रोल जैसी जरूरी चीजों की कीमतें भी आसमान छून लगी. इन बढ़ी हुई बेलगाम कीमतों के खिलाफ पाक अधिकृत कश्मीर के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं.