Pakistan Ballistic Missiles: अमेरिका ने पाकिस्तान के लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल बनाने की कोशिशों को लेकर नए प्रतिबंध लगाए हैं. अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि अगर पाकिस्तान परमाणु हथियारों के साथ लंबी दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल विकसित करता है, तो यह न केवल दक्षिण एशिया, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरा बन सकता है.
अमेरिकी अधिकारी जोनाथन फाइनर का मानना है कि पाकिस्तान के इस प्रयास पर सवाल उठाना स्वाभाविक है और दुनिया भर की जिम्मेदारी है कि उसे इस क्षमता हासिल करने से रोका जाए. फाइनर ने एक कार्यक्रम में कहा कि भले ही यह सोचना मुश्किल हो कि पाकिस्तान अमेरिका पर हमला करने की कोशिश कर सकता है, फिर भी यह खतरे की घंटी है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
इन कंपनियों पर लगा बैन
अमेरिका ने ऐसे में पाकिस्तान पर नए प्रतिबंध लगा दिए हैं. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बताया कि इन प्रतिबंधों का उद्देश्य पाकिस्तान के नेशनल डेवलपमेंट काम्प्लेक्स (NDC) और तीन कराची स्थित कंपनियों को लक्षित करना है. यह कदम पाकिस्तान के मिसाइल विकास कार्यक्रम को रोकने और किसी बड़ी जनहानि को टालने के लिए उठाया गया है. इन प्रतिबंधों के तहत, अमेरिका में स्थित NDC और इन कंपनियों की संपत्तियां जब्त की जाएंगी और ये संगठन अमेरिका से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कोई व्यापार नहीं कर पाएंगे. जिन कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं, उनमें एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और राकसाइड इंटरप्राइज शामिल हैं.
पाकिस्तान बैलिस्टिक मिसाइल पर कर रहा काम
इस प्रतिबंध के अलावा, अमेरिका ने यह भी कहा है कि पाकिस्तान का NDC लगातार लंबी दूरी की बैलेस्टिक मिसाइलों के परीक्षण और उनके लिए आवश्यक तकनीकी उपकरणों की प्राप्ति के प्रयासों में सक्रिय है. इससे पाकिस्तान की मिसाइल क्षमता में इजाफा हो सकता है, जो न केवल दक्षिण एशिया, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी खतरे का कारण बन सकता है.
मिसाइल तकनीक को लेकर अमेरिका-भारत की बैठक
इस बीच, अमेरिका और भारत के बीच मिसाइल तकनीक के निर्यात को लेकर एक अहम बैठक हुई. दोनों देशों ने इसके निर्यात से जुड़े कानूनों में संशोधन करने का संकेत दिया, ताकि भविष्य में दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष यान प्रक्षेपण और अन्य रक्षा मामलों में सहयोग को बढ़ावा दिया जा सके.