पाकिस्तान की वो घाटी जहां परी जैसी सुंदर महिलाओं का है वास, शादी के बाद पसंदीदा मर्द के साथ हो जाती हैं फरार
पाकिस्तान की कलाश घाटी, जो चितराल जिले में स्थित है, दुनिया की सबसे खूबसूरत महिलाओं का घर है. यहां की महिलाएं अपनी खूबसूरती और अनोखी संस्कृति के लिए प्रसिद्ध हैं. कहा जाता है कि इनकी नस्लें एलेक्जेंडर द ग्रेट के सैनिकों से जुड़ी हुई हैं, जिनके हलके रंग और चमकीली आंखें इसे साबित करती हैं.
Pakistan Kailash Valley: पाकिस्तान की कलाश घाटी, जो कि चितराल जिले में स्थित है, दुनिया की सबसे खूबसूरत महिलाओं का घर मानी जाती है. यहां की महिलाएं न केवल अपनी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध हैं, बल्कि उनकी संस्कृति भी बेहद अलग और अद्वितीय है. इस घाटी में महिलाओं के लिए शादी के बाद भी अपने जीवन साथी को बदलने की स्वतंत्रता होती है. आइए जानते हैं इस अनोखी संस्कृति के बारे में.
कलाश घाटी के लोग, जिन्हें 'काफिर' या 'कलाशा' कहा जाता है, उनकी खूबसूरती दुनियाभर में प्रसिद्ध है. कहा जाता है कि इनकी नस्लें एलेक्जेंडर द ग्रेट के सैनिकों से जुड़ी हुई हैं. उनके हलके रंग और चमकीली आंखें यह साबित करती हैं कि वे किसी अन्य जाति से आते हैं. कई लोग मानते हैं कि एलेक्जेंडर के सैनिकों ने इस जनजाति को छोड़ दिया था और तब ये लोग इस घाटी में बस गए.
खुद चुनती हैं पति
यहां की महिलाएं अपने जीवन साथी को चुनने में पूरी तरह स्वतंत्र होती हैं. यदि वे शादी के बाद किसी और पुरुष से प्रेम कर बैठती हैं, तो वे अपने पहले पति को छोड़कर उस नए पुरुष के साथ भाग सकती हैं. यहां तक कि उनके माता-पिता भी इस निर्णय में उनका साथ देते हैं. एक और दिलचस्प बात यह है कि महिला जब अपने पहले पति को छोड़ती है और दूसरे पति से शादी करती है, तो दूसरे पति को पहले पति द्वारा खर्च की गई रकम का दोगुना देना पड़ता है.
कलाश घाटी की परंपरा
कलाश घाटी की महिलाएं अपनी परंपराओं को लेकर भी काफी अलग हैं. वे बिना बुर्के के पुरुषों के साथ बाहर निकलती हैं और दूसरे पुरुषों से बातचीत करने में कोई हर्ज नहीं समझतीं. यहां तक कि माहवारी के दौरान महिलाओं को गांव से बाहर एक अलग स्थान 'बशालनी' में रहना होता है, लेकिन वे खेतों में काम कर सकती हैंय
महिलाओं की स्वतंत्रता
इस संस्कृति में महिलाओं की स्वतंत्रता और अधिकारों की बहुत अहमियत है. जहां आमतौर पर अन्य जगहों पर महिलाओं को इस तरह की आजादी नहीं मिलती, वहीं कलाश घाटी में यह पूरी तरह से मान्यता प्राप्त है. यह अनोखी और विचित्र संस्कृति न केवल पाकिस्तान के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक उदाहरण है कि कैसे एक समुदाय अपनी पुरानी परंपराओं को बनाए रखते हुए, महिलाओं को बराबरी और स्वतंत्रता का अधिकार दे सकता है.