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India Daily

पाकिस्तान में वोटिंग जारी; सुरक्षा व्यवस्था बिगड़ी, मोबाइल सर्विस ठप

नवाज शरीफ 1993, 1999 और 2017 में प्रधानमंत्री रह चुके हैं. पाकिस्तान सेना के साथ मतभेद के बाद 2017 में प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया था.

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Edited By: Om Pratap
pakistan general election 2024

pakistan election 2024 vote today: पाकिस्तान में आज नई सरकार के लिए वोटिंग जारी है. वोटिंग जारी होते ही सुरक्षा व्यवस्था बिगड़ गई, जिसके बाद पूरे देश में आज के लिए मोबाइल सर्विस सस्पेंड कर दी गई. पाकिस्तान में आज संसदीय चुनाव के साथ प्रांतीय चुनाव के लिए भी वोटिंग जारी है. 12.85 करोड़ से अधिक मतदाता 90 हजार से अधिक मतदान केंद्रों पर अपने वोटिंग अधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं. वोटिंग को लेकर देशभर में साढ़े छह लाख सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है. साथ ही अफगानिस्तान और ईरान से लगने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को सील कर दिया गया है. पड़ोसी देश पाकिस्तान में सुबह 8 बजे से जारी वोटिंगशाम 5 बजे तक जारी रहेगा. 

 पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अलग-अलग मामलों में दोषी पाए जाने के बाद सजा काट रहे हैं, जिसके बाद प्रधानमंत्री पद के लिए मुख्य मुकाबला पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) यानी नवाज शरीफ और बिलावल भुट्टो के बीच माना जा रहा है. पाकिस्तान के राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक, नवाज शरीफ का चौथी बार प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठना तय माना जा रहा है. 

आखिर नवाज शरीफ का दावा मजबूत क्यों?

पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ की जीत का दावा ज्यादा मजबूत है. इसके पीछे की वजह पाकिस्तान की आर्मी है. माना जाता है कि पाकिस्तान में सत्ता की चाबी सेना के हाथों में होती है और वहीं से अलग-अलग राजनेताओं को सत्ता ट्रांसफर की जाती है. पिछले आम चुनाव में सेना ने इमरान खान को सत्ता तक पहुंचाया था, अब वही सेना नवाज शरीफ को सत्ता के शिखर पर पहुंचाना चाहती है. 

भारत को लेकर क्या है नवाज शरीफ की राय?

नवाज शरीफ की पार्टी ने चुनाव से पहले जारी अपने घोषणा पत्र में भारत से शांति और दोस्ती की बात कही है. हालांकि इसके लिए उन्होंने एक बार फिर कश्मीर का राग अलापा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, चुनाव से पहले अपनी जनसभाओं में नवाज शरीफ ने भारत की तरक्की का जिक्र भी कर चुके हैं. हालांकि, ऐसा नहीं है कि सिर्फ नवाज शरीफ ने ही भारत की तरक्की का जिक्र अपनी जनसभाओं में किया है.

नवाज से पहले पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान भी अपनी कई सभाओं में भारत की तरक्की, भारत की फॉरेन पॉलिसी का जिक्र कर मोदी सरकार की तारीफ कर चुके हैं. अब नवाज शरीफ भारत से अपने पुराने संबंधों के जरिए जनता के सामने सबकुछ ठीक करने का दावा कर रहे हैं. उन्होंने भारत और पाकिस्तान की वर्तमान हालात के लिए पूर्व की सरकार को जिम्मेदार ठहराया. नवाज के मुताबिक, इमरान खान के कारण ही पाकिस्तान के रिश्ते भारत से खराब हुए हैं. उनका दावा है कि रिश्ते खराब होने के बाद ही पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बिगड़ी. पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार बंद है.  

एक नजर में पाकिस्तान आम चुनाव

  • पाकिस्तान की कुल 336 सीटों पर होने वाले चुनाव में 266 सीटों पर उम्मीदवारों का चुनाव वोटिंग के जरिए होगा
  • 336 में से 70 सीटें आरक्षित हैं, जिनमें 60 महिलाओं के लिए जबकि 10 अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं 
  • संसदीय चुनाव में कुल 5121 से ज्यादा उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. इनमें 4807 पुरुष, 312 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर उम्मीदवार शामिल हैं.
  • पाकिस्तान चुनाव आयोग ने आम चुनाव के लिए देशभर में 90,7675 पोलिंग बूथ तैयार किए हैं
  • चुनाव आयोग ने पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग बूथ बनाए हैं
  • पुरुष मतदाताओं के लिए 25,320, जबकि महिलाओं के लिए 23,952 बूथ तैयार किए गए हैं
  • पुरुषों और महिलाओं के अलावा भी 41,402 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं
  • सुरक्षा के लिहाज से चुनाव आयोग ने 44 हजार बूथ को सामान्य, 29,985 को संवेदनशील और 16,766 को अति संवेदनशील बताया है

पाकिस्तान के इन चार प्रांतों में भी चुनाव

संसदीय चुनाव के साथ-साथ पाकिस्तान के चार प्रांतों (पंजाब, सिंध, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान) में भी वोटिंग होगी. पंजाब में 7 करोड़ से ज्यादा, सिंध में 2.69 करोड़ से अधिक, खैबर पख्तूनख्वा में 2.19 करोड़ से ज्यादा और बलूचिस्तान में 53 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. चारों प्रांतीय असेंलबी में कुल 12,695 उम्मीदवार की किस्मत का फैसला वोटर्स करेंगे. उम्मीदवारों में 12,123 पुरुष, 570 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर शामिल हैं. पाकिस्तान की चारों प्रांतों में कुल 749 सीटें हैं, जिनमें से 593 सीटों पर वोटिंग होगी. बाकी 132 सीटें महिलाओं और 24 अल्पसंख्यकों के लिए रिजर्व्ड हैं.